डबवाली से विधायक आदित्य देवीलाल ने सोमवार को हरियाणा सरकार पर जीएसटी में मामूली कटौती का “जश्न” मनाते हुए किसानों की पीड़ा को नज़रअंदाज़ करने का आरोप लगाया और इसे “भ्रामक और शर्मनाक” बताया। वह हरियाणा के राज्यपाल के लिए सिरसा में उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने से पहले इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
देवीलाल ने कहा कि राज्य भर के किसान बेमौसम बारिश और बाढ़ से हुई फसल बर्बादी से जूझ रहे हैं, फिर भी सरकार ने न तो कोई विशेष सर्वेक्षण कराया और न ही मुआवज़ा दिया। उन्होंने कहा, “आज भी कई खेतों में बारिश का पानी जमा है और सरकार उसे निकालने में नाकाम रही है।” उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के तहत किसानों को उनकी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) नहीं मिल रहा है, जिससे उन्हें अपनी उपज निजी खरीदारों को कम कीमतों पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
विधायक ने मांग की कि सरकार कुल फसल नुकसान और अब तक दिए गए मुआवजे का ब्यौरा देते हुए एक श्वेत पत्र जारी करे। उन्होंने कहा कि पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल और पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने हमेशा किसानों और समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए काम किया, जबकि वर्तमान सरकार ने सभी का शोषण किया है, जिससे व्यापक रोष है।
इससे पहले, इनेलो जिला अध्यक्ष जसबीर सिंह जस्सा ने आरोप लगाया कि डीएपी उर्वरक की आधिकारिक कीमत 1,350 रुपये प्रति बैग निर्धारित होने के बावजूद, निजी डीलर कृषि अधिकारियों की मिलीभगत से इसे 1,800 रुपये में बेच रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अधिक मूल्य निर्धारण और कालाबाजारी जारी रही तो इनेलो डीलरों के प्रतिष्ठानों के बाहर विरोध प्रदर्शन करेगी।
इस विरोध प्रदर्शन में महिला विंग के नेताओं और सदस्यों सहित कई इनेलो नेता शामिल हुए।

													