करनाल, 4 जून करनाल के निवासियों ने मॉरीशस गणराज्य के दिवंगत राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री स्वर्गीय अनिरुद्ध जगन्नाथ को उनकी तीसरी पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर श्रद्धांजलि अर्पित की। जगन्नाथ चार बार मॉरीशस गणराज्य के प्रधानमंत्री और दो बार राष्ट्रपति रह चुके हैं।
मॉरीशस के उच्चायुक्त हेमंडोयल डिलम ने जगन्नाथ के प्रति अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त की, जो भारत को अपनी मातृभूमि मानते थे।
नेशनल इंटीग्रेटेड फोरम ऑफ आर्टिस्ट्स एंड एक्टिविस्ट्स ((एनआईएफएए) और इंडिया मॉरीशस ट्रेड एंड कल्चरल फ्रेंडशिप फोरम द्वारा आयोजित एक आध्यात्मिक संगीत संध्या के दौरान उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए डिलियम ने कहा, “जगन्नाथ आधुनिक मॉरीशस के निर्माता थे।” इस कार्यक्रम में संगीत गुरु डॉ. कृष्ण अरोड़ा और वॉयस ऑफ इंडिया की टीम ने भावपूर्ण प्रस्तुतियां दीं।
डिलम ने जगन्नाथ को सरल स्वभाव और अनुशासित आचरण वाला व्यक्ति बताया, जिन्होंने 1982 में बहुत कठिन समय में देश के मामलों की कमान संभाली, जब देश को महत्वपूर्ण आर्थिक और विकास संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत, अनुशासन और प्रभावी नेतृत्व और प्रबंधन के माध्यम से उन्होंने मॉरीशस को उन चुनौतियों से उबरने में मदद की।
श्रद्धांजलि समारोह में मॉरीशस के उच्चायुक्त की पत्नी भारती दिल्लुम और हिंदी भाषी संघ के पूर्व अध्यक्ष सुरेश रामबर्न भी मौजूद थे, जिन्होंने जगन्नाथ के साथ अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मुंबई के प्रसिद्ध कलाकार मनोज दास द्वारा बनाई गई लाइव पेंटिंग थी।
पूर्व कनाडाई सांसद और कंजर्वेटिव पार्टी के मुख्य सलाहकार गुलाब सिंह सैनी ने मुख्य अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में भाग लिया और दिवंगत प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की।
एनआईएफएए के संस्थापक अध्यक्ष और भारत मॉरीशस व्यापार एवं सांस्कृतिक मैत्री के अध्यक्ष प्रितपाल सिंह पन्नू ने जगन्नाथ के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों को साझा किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जगन्नाथ भारत को मॉरीशस का मित्र मानते थे और अपने पूर्वजों की धरती का गहरा सम्मान करते थे।
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