मुंबई, बैसाखी के खास मौके पर टीवी कलाकारों ने पारंपरिक रूप से सजने-संवरने से लेकर तरह-तरह के व्यंजनों का लुत्फ उठाने तक, अपनी यादों को साझा किया। ‘मीत’ के अभिनेता शगुन पांडे ने कहा कि इस त्योहार का उनके जीवन में बहुत महत्व है। उन्होंने कहा, एक पंजाबी होने के नाते, मुझे इस दिन पंजाबी कपड़े पहनना और बहुत सारे स्वादिष्ट व्यंजन खाना पसंद है। हमारे घर पर, इस दिन प्रसाद बनता है, जो वाहेगुरु को चढ़ता है। इस दौरान हम सब आने वाले समृद्ध वर्ष के लिए आशीर्वाद मांगते हैं।
शगुन ने कहा कि काम की वजह से वह पंजाब में त्योहार मनाने नहीं जा पाए, लेकिन उम्मीद है कि उनकी इच्छा बहुत जल्द पूरी होगी।
उन्होंने कहा, मेरी इच्छा है कि मैं इस त्योहार को एक बार फिर से पंजाब में मनाऊं। नाच-गाने और समारोहों के साथ इसका आनंद उठाऊं। मुझे वास्तव में पसंद है कि कैसे लोग बैसाखी का त्योहार बड़ी ही मस्ती और उत्साह के साथ मनाते हैं।
‘ना उम्र की सीमा हो’ की दीपशिखा नागपाल ने बैसाखी के बारे में बताया और कहा कि यह किसानों को समर्पित त्योहार है और यह केवल किसानों और सिखों के लिए नया साल नहीं है, बल्कि यह सभी के लिए है।
यह किसानों की फसल काटने का समय है और उनकी कड़ी मेहनत से हमें अनाज समय पर मिलता है। इस साल हमने इसे सेट पर और दोस्तों के साथ भी मनाया। मुझे प्रसाद खाने में बहुत आनंद आया है।
एक्ट्रेस कावेरी प्रियम ने कहा कि ‘दिल दियां गल्लां’ में अमृता का किरदार निभाने के बाद, वह पंजाबी संस्कृति और परंपराओं को समझने और उनकी प्रशंसा करने लगी हैं।
उन्होंने कहा, आइए जीवन के उतार-चढ़ाव में एक-दूसरे का समर्थन करने का संकल्प लेते हुए फसल की कटाई और नए साल की शुरूआत का जश्न मनाएं। इस बैसाखी को परिवारों को एक साथ आने, पिछली शिकायतों को माफ करने और इस पल का आनंद लेने के लिए एक समय के रूप में काम करना चाहिए।