कोलकाता, 25 जनवरी । कलकत्ता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अधिकारियों ने जूनियर छात्रों की रैगिंग करने के चलते दो सीनियर पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी (पीजीटी) को दो महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है।
यह सस्पेंशन कलकत्ता मेडिकल कॉलेज की आंतरिक समिति की सिफारिश के अनुसार किया गया है। इस अवधि के दौरान ये दोनों पीजीटी कक्षाओं में भाग नहीं ले सकेंगे और उनके वैधानिक अवकाश भी स्वीकृत नहीं किये जायेंगे।
वहीं, इस अवधि के दौरान उन्हें अनिवार्य रूप से कलकत्ता मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा-शिक्षा समन्वय कार्यालय के साथ ‘एट्टीट्यूड कम्युनिकेशन’ पर एक प्रोग्राम में भाग लेना होगा।
ऐसे मामलों में राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग की सिफारिश के अनुसार उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है।
कलकत्ता मेडिकल कॉलेज के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा कि इस दो महीने की अवधि के दौरान इन दो सीनियर पीजीटी को निगरानी में रखा जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस अवधि के दौरान उनके व्यवहार में कोई बदलाव आया है या नहीं और रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।
ये दोनों सीनियर पीजीटी द्वितीय वर्ष में हैं और प्रथम वर्ष के कुछ छात्र इनकी रैगिंग के शिकार हुए।
इस महीने की शुरुआत में, दो जूनियर पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी ने इन दो सीनियर पीजीटी द्वारा शारीरिक उत्पीड़न की शिकायत की थी।
दो पीड़ितों में से एक ने तो यहां तक आरोप लगाया है कि पिछले चार महीनों से उसके साथ जबरदस्त शारीरिक और मनोवैज्ञानिक रैगिंग की जा रही थी, जिसके चलते उसे मनोवैज्ञानिक से भी परामर्श लेना पड़ा।