जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के रहने वाले किसानों ने ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ योजना के तहत मिलने वाली राशि को बढ़ाए जाने की मांग की है। किसानों ने इस योजना की तारीफ करते हुए सरकार से राशि बढ़ाने की सिफारिश भी की।
किसानों ने कहा कि कोई दो मत नहीं है यह कहने में कि योजना अच्छी है। लेकिन, अगर किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली राशि को छह हजार से बढ़ाकर 10 हजार कर दिया जाए, तो ज्यादा बेहतर रहेगा, क्योंकि आज की तारीख में महंगाई बढ़ गई है, इसलिए खेतीबाड़ी से संबंधित उपकरण खरीदने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यह बेहतर रहेगा कि इस योजना के तहत मिलने वाली राशि को बढ़ा दिया जाए।
24 फरवरी को प्रधानमंत्री पीएम किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त जारी करने जा रहे हैं। इसे लेकर कई किसानों ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत की।
एक किसान ने कहा, “खेतीबाड़ी हमारा पुश्तैनी काम है। मेरे पिताजी भी खेती करते थे। अब हम भी करते हैं। जब मेरे पिताजी खेती करते थे, तो किसानों को बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। पैसे नहीं होते थे। औजार खरीदने में दिक्कतें होती थीं। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कृपा से ऐसा नहीं होता है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की। इसके तहत हमें छह हजार रुपये मिलते हैं। इससे किसानों को काफी मदद मिल जाती है।”
उन्होंने मांग की कि सब अच्छा है, लेकिन अगर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली राशि को 6 हजार से बढ़ाकर 10 हजार रुपये कर दिया जाए, तो बेहतर रहेगा। इससे हमें और ज्यादा मदद मिलेगी, क्योंकि महंगाई बढ़ गई है।
किसान कांता देवी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की तारीफ की। वो बताती हैं कि यह योजना वाकई में अच्छी है। हम ऐसी योजनाओं को लेकर प्रधानमंत्री का दिल से धन्यवाद करते हैं।
किसान परमानंद ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हम जैसे किसानों के लिए यह स्कीम शुरू की है। इससे हमें बहुत फायदा मिलता है। यह बहुत अच्छी स्कीम है। लेकिन, मैं कहूंगा कि इस राशि को थोड़ा बढ़ाना चाहिए। मुझे लगता है कि अगर इस राशि के तहत मिलने वाली राशि को 10 हजार कर दिया जाए, तो काफी अच्छा रहेगा।
कृषि अधिकारी विनोद गुप्ता ने बताया कि किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए बहुत लाभकारी है, क्योंकि इससे किसानों को अपनी खेती से संबंधित उपकरण खरीदने में काफी मदद मिलती है। पहले किसानों के पास इतना पैसा नहीं होता था कि वो उन्नत किस्म के बीज खरीद पाए। इस वजह से किसान लोकल साहूकारों के ऊपर निर्भर रहते थे। उनको वहां पर उच्च दरों पर लोन लेना पड़ता था। लेकिन, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को आर्थिक तौर पर सशक्त किया है।
उन्होंने कहा कि किसानों को डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके खाते में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं, जिसमें किसी भी प्रकार के बिचौलिए की कोई भूमिका नहीं है। किसानों के खाते में फौरन 2 हजार रुपये पहुंचा दिए जाते हैं। इसके बाद दूसरे दिन किसान अपने पैसे निकाल सकते हैं।
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