ऊना, 13 जून मिशन वात्सल्य योजना के प्रायोजन कार्यक्रम के तहत ऊना जिले में 18 वर्ष तक की आयु के 1,210 पात्र बच्चों को 4,000 रुपये मासिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। जिला बाल कल्याण समिति की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर ने कहा कि ये बच्चे वर्तमान में मदर टेरेसा असहाय मातृ संबल योजना के लाभार्थी हैं, जिसके तहत उन्हें सरकार द्वारा 500 रुपये प्रति माह वजीफा दिया जा रहा है।
गुर्जर ने कहा कि मिशन वात्सल्य योजना में उन बच्चों को शामिल किया गया है जिनकी माताएँ विधवा, तलाकशुदा या अपने परिवारों द्वारा त्याग दी गई हैं या बच्चे अनाथ हैं और अपने विस्तारित परिवारों के साथ रह रहे हैं। इस योजना का लाभ उन बच्चों को भी दिया जाएगा जिनके माता-पिता किसी जानलेवा या गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, जिससे वे बच्चों की देखभाल करने में अक्षम या आर्थिक और शारीरिक रूप से असमर्थ हैं।
एडीसी ने कहा कि किशोर न्याय अधिनियम, 2015 के अनुसार देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चे, जैसे प्राकृतिक आपदा, बाल श्रम, बाल विवाह, बाल तस्करी के शिकार, बेघर, एचआईवी या एड्स प्रभावित, विकलांग, गुमशुदा, घर से भागे हुए, भिखारी, प्रताड़ित या शोषित तथा सहायता और पुनर्वास की आवश्यकता वाले बच्चे और पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत आने वाले बच्चे भी इस योजना के लाभार्थी होने के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि मिशन वात्सल्य का उद्देश्य हर बच्चे के लिए स्वस्थ और खुशहाल बचपन सुनिश्चित करना, उन्हें अपनी क्षमता तलाशने के अवसर प्रदान करना और उनके सर्वांगीण विकास में सहयोग करना है। इसके अलावा, उनके एकीकृत विकास के लिए एक संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करना है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि यदि कोई पात्र बच्चा इस योजना के तहत कवर नहीं हुआ है तो वे जिला बाल संरक्षण अधिकारी कमलदीप सिंह के ध्यान में लाएं। कमलदीप से 8219604768 या कार्यालय के टेलीफोन नंबर 01975-225850 पर संपर्क किया जा सकता है।
Leave feedback about this