May 6, 2025
World

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की कोशिश, यूएनएससी ने की गुप्त बैठक

N1Live NoImage

 

संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर एक गुप्त बैठक की, जिसे परिषद के अध्यक्ष इवेंजेलोस सेकेरिस ने उपयोगी बताया।

 

सोमवार को बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सेकेरिस ने कहा कि सुरक्षा परिषद ऐसी स्थिति में तनाव कम करने में हमेशा मददगार होती है और यह परिषद की जिम्मेदारी है।

चूंकि यह एक गुप्त बैठक थी, इसलिए इसके विवरण गोपनीय हैं और कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है।

बैठक को जानकारी देने वाले सहायक महासचिव मोहम्मद खालिद खैरी ने बाहर निकलते हुए कहा कि सभी तनाव कम करना चाहते हैं।

स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “स्थिति अस्थिर है,” और उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया।

बैठक में शामिल रूस की उप स्थायी प्रतिनिधि अन्ना इवेस्टिग्नेवा ने कहा, “हमें तनाव कम होने की उम्मीद है।”

बता दें कि सेकेरिस ने पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद के अनुरोध पर बैठक बुलाई।

अहमद ने गुप्त बैठक की मांग की थी, क्योंकि परिषद के नियमों के अनुसार गैर-सदस्य देश इसमें भाग नहीं ले सकते।

इस गुप्त बैठक में भारत को शामिल होने से रोक दिया गया, क्योंकि यह केवल सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों के लिए थी और पाकिस्तान, जो वर्तमान में निर्वाचित सदस्य है, उसी ने इसमें हिस्सा लिया था।

बैठक से पहले, महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि स्थिति गंभीर है और दोनों देशों से खतरनाक स्थिति से पीछे हटने की अपील की।

उन्होंने कहा, “इस महत्वपूर्ण समय में सैन्य टकराव से बचना जरूरी है, जो आसानी से नियंत्रण से बाहर जा सकता है।”

पिछले महीने पहलगाम में 26 लोगों की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए उन्होंने कहा, “मैं इस भयानक आतंकी हमले के बाद लोगों की गहरी भावनाओं को समझता हूं।”

बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद ने भारत के इस आरोप को सिरे से खारिज किया कि पाकिस्तान का हमले में कोई हाथ था।

उन्होंने कहा कि कश्मीर एक विवादित क्षेत्र है, जहां व्यापक असंतोष है, जो भारत के साथ समस्या की जड़ है, न कि आतंकवाद। साथ ही, उन्होंने भारत के साथ सहयोग की पेशकश भी की।

उन्होंने कहा, “हम अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”

उन्होंने कहा, “हम भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण सहयोगात्मक संबंधों के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं और हम बातचीत के लिए तैयार हैं।”

अहमद ने कहा, “स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, बातचीत और तनाव कम करने तथा विवादों के शांतिपूर्ण समाधान की अपील, जैसा कि हमने आज परिषद के सदस्यों से भी सुना, सबसे प्रासंगिक है।”

 

Leave feedback about this

  • Service