चंडीगढ़, 30 सितंबर
हरित परिवहन को बढ़ावा देने के लिए यूटी परिवहन विभाग अगले महीने के मध्य तक गैर-इलेक्ट्रिक स्कूल, पर्यटक और फैक्ट्री बसों का पंजीकरण बंद कर सकता है।
जुलाई में घोषित संशोधित इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष के लिए लगभग 154 ऐसी बसों के पंजीकरण का कोटा अक्टूबर के मध्य तक समाप्त होने की संभावना है। शहर में सभी वाणिज्यिक वाहनों का पंजीकरण करने वाले राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) के सूत्रों ने कहा कि अब तक लगभग 142 बसें पंजीकृत हो चुकी हैं और नई डीजल चालित बसों का पंजीकरण अगले साल 1 अप्रैल से फिर से शुरू होगा।
वर्तमान में, शहर में लगभग 3,500 डीजल बसें हैं, जिनमें 2,000 स्कूल बसें, 1,000 पर्यटक और फैक्ट्री बसें और लगभग 500 चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) बसें शामिल हैं। परिवहन विभाग ने इस साल अपने मौजूदा 80 वाहनों के बेड़े में 100 और इलेक्ट्रिक बसें जोड़ने की योजना बनाई है।
बसों की खरीद से 2027-28 तक स्थानीय या उपनगरीय मार्गों पर चलने वाली लगभग 350 सीटीयू डीजल बसों के पूरे बेड़े को इलेक्ट्रिक बसों से बदलने की प्रशासन की योजना को बड़ा बढ़ावा मिलेगा।