रुद्रप्रयाग, 4 अगस्त। कांग्रेस नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने उत्तराखंड सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने केदारनाथ पैदल मार्ग में चल रहे रेस्क्यू अभियान पर सवाल खड़े किए हैं।
हरक सिंह रावत ने कहा, “रद्रप्रयाग में केदारनाथ पैदल मार्ग पर भूस्खलन हुआ। पिछले तीन-चार दिनों से यहां रेस्क्यू चल रहा है जो उत्तराखंड सरकार की कमी को दर्शाता है। सरकार की व्यवस्थाएं लचर है। सिर्फ चार घंटे में ही सड़क को खोलकर ट्रैफिक को फिर से सुचारू रूप से चलाया जा सकता था।”
उन्होंने 2013 में आई आपदा का जिक्र किया और कहा, “2013 में आई भयानक त्रासदी के बाद हमने बहुत तेजी से रेस्क्यू अभियान चलाया था। लेकिन, इस हादसे के इतने साल बाद भी सरकार ने कुछ नहीं सीखा। केदारनाथ पैदल मार्ग पर रेस्क्यू अभियान कई दिनों से चल रहा है, जिसने सरकार के आपदा प्रबंधन की पोल खोलकर रख दी है।”
कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत ने केदारनाथ धाम विवाद पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “केदारनाथ धाम में सोने को लेकर हेरफेर की गई है। सोना दान करने वाले या फिर मंदिर समिति की ओर से यह गड़बड़ी की गई। यहां से सोना गायब हुआ है और बिना मंदिर समिति की सहमति के ऐसा नहीं किया जा सकता है। अगर व्यापारी की ओर से कम सोना दिया गया है तो मंदिर समिति की तरफ से उसे रसीद जारी की गई होगी।”
उन्होंने इस मामले में जांच की मांग करते हुए कहा, “अगर ये लोग बाबा केदार को भी नहीं छोड़ेंगे तो यहां त्रासदी तो होनी ही है। इसलिए हमारी मांग है कि सोना गायब होने की जांच होनी चाहिए। क्योंकि मंदिर समिति की देखरेख में ही यह कार्य हुआ है। जिसने भी गड़बड़ी की है, उसे बाबा केदार माफ नही करेंगे। बाबा केदार के धाम में ऐसा करने वालों को सजा जरूर मिलनी चाहिए।”