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वाराणसी : प्राचीन शिव मंदिर में विदेशी महिला श्रद्धालु ने कराया रुद्राभिषेक, 20 साल से सनातन में है आस्था

Varanasi: Foreign female devotee performed Rudrabhishek in ancient Shiva temple, has faith in Sanatan for 20 years

वाराणसी, 10 मार्च । बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ विदेशियों का भी तांता लगा रहता है। थाईलैंड से आई एक महिला श्रद्धालु इन दिनों यहां शिवमंदिर में पूजा-अर्चना कर रही हैं। शनिवार को उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि वह 15 साल से भगवान शिव की भक्ति कर रही हैं।

महादेव की नगरी काशी में पूरी दुनिया से श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन और पूजन के लिए आते हैं। थाईलैंड से काशी पहुंची एक महिला श्रद्धालु की शिव भक्ति लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। विदेशी श्रद्धालु ने बताया कि वह 15 साल से भोले-शंकर की पूजा-अर्चना कर रही हैं। वह थाईलैंड में भी सनातन का प्रचार-प्रसार कर रही हैं। महाकुंभ में 45 दिन तक प्रवास करने के बाद अब वह होली तक काशी की गलियों में भगवान शिव की भक्ति में डूबी रहेंगी।

मंदिर के व्यवस्थापक सुनील उपाध्याय ने बताया, “महिला श्रद्धालु ने काशी खंड में वर्णित प्राचीन शिव मंदिर पंचमेश्वर महादेव मंदिर में 11 ब्राह्मणों द्वारा पूरे विधि विधान से रुद्राभिषेक और आराधना की। यह 300 से 400 साल पुराना मंदिर है। विदेशी महिला श्रद्धालु अक्सर काशी आती रहती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह सनातन धर्म का प्रचार विदेशों में किया है, उससे विदेशियों में भी इसके प्रति रुचि बढ़ी है, जिसकी झलक महाकुंभ के साथ-साथ अब काशी में भी देखने को मिल रही है।”

उन्होंने कहा, “मंदिर में हर शिवरात्रि और सावन के हर सोमवार को रुद्राभिषेक होता है। विदेशी महिला श्रद्धालु सनातन पद्धति में बहुत आस्था रखती हैं। वह हमें चार-पांच साल पहले मिली थीं। उन्होंने मंदिर में रुद्राभिषेक कराने की इच्छा जाहिर की थी। देश के साथ-साथ अब विदेश में रहने वाले लोग, जिन्हें सनातन में आस्था है, कई माध्यमों से हमसे जुड़े रहते हैं।”

सुनील उपाध्याय ने बताया कि महिला श्रद्धालु करीब 20 साल से सनातन पद्धति में आस्था रखती हैं। वह अक्सर वाराणसी आती रहती हैं। इस बार उन्होंने प्रयागराज में 45 दिन तक कल्पवास भी किया।

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