N1Live Uttar Pradesh वाराणसी के ‘गुलाबी मीनाकारी’ के कारीगरों ने तैयार किया ब्रह्मोस मिसाइल का मॉडल, डिमांड तेज
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वाराणसी के ‘गुलाबी मीनाकारी’ के कारीगरों ने तैयार किया ब्रह्मोस मिसाइल का मॉडल, डिमांड तेज

Varanasi's 'Pink Meenakari' artisans prepared a model of Brahmos missile, demand increased

वाराणसी, 23 मई । ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारतीय सेना ने अपना पराक्रम दिखाया और पाकिस्तानी सेना को बड़ी क्षति पहुंचाई थी। इसमें ब्रह्मोस मिसाइल की अहम भूमिका रही थी। वाराणसी के गुलाबी मीनाकारी कलाकार ने ब्रह्मोस का मॉडल अलग-अलग आकार में तैयार किया है, जिसकी मांग देश भर से आ रही है।

न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए गुलाबी मीनाकारी में राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके वाराणसी के विशेश्वरगंज क्षेत्र के कुंज बिहारी सिंह ने कहा, “भारतीय सेना के पराक्रम और शौर्य को मेरा नमन है। पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना ने जिस तरह से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाकर पाकिस्तानी सेना के दांत खट्टे कर दिए थे, मुझे लगा कि इसमें ब्रह्मोस मिसाइल की बड़ी भूमिका रही है, इसलिए मुझे इसे बनाने का आइडिया आया।”

कुंज बिहारी सिंह ने कहा इसी को ध्यान में रखते हुए मैंने ब्रह्मोस मिसाइल के मॉडल बनाए हैं।

यह अपने देश में निर्मित है, भारत की ब्रम्हपुत्र नदी और रूस की मस्कावा नदी का नाम इसमें शामिल है, भारत और रूस का ये संयुक्त अभियान है। दोनों देशों की दोस्ती भी मजबूत रही है और जगजाहिर है।

मेरी बनाई ब्रह्मोस मिसाइल मॉडल की अब पूरे देश से मांग आ रही है, इसके 150 से ज्यादा डिमांड आ चुके हैं, और आ रहे हैं, मांग को एक महीने में पूरा करना है, इसके लिए मैंने 20 लोगों की टीम लगाई है।

प्रधानमंत्री ने आर्थिक के साथ-साथ सामरिक रूप से भी बड़ा काम किया है। मुख्यमंत्री से भी काफी सहयोग मिला है। हमलोगों को लगातार काम मिलता रहता है।

ब्रह्मोस मॉडल की कीमत 10 से 25 हजार तक है और ये आकार के मुताबिक है। हम छोटे आकार में भी बनाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि कम बजट वालों को भी ये ब्रह्मोस मॉडल उपलब्ध हो सके। इसमें सोने-चांदी का भी इस्तेमाल किया गया है। साथ ही चंदन के तेल का भी इस्तेमाल होता है।

एक कारीगर को एक पीस बनाने में एक सप्ताह का समय लग सकता है। इसलिए मैंने 20 लोगों की टीम लगाई है। वे लगातार काम कर रहे हैं।

पहलगाम हमले में भारत में निर्मित ब्रह्मोस मिसाइल ने पाकिस्तानी सेना को बड़ी क्षति पहुंचाई थी। इसकी ताकत को दुनिया ने देखा और अब कई देश भारत सरकार से इस मिसाइल को खरीदने के इच्छुक हैं।

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