अगरतला, 5 अप्रैल। त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर “हमलावरों की भीड़” को तितर-बितर करने के लिए बीएसएफ के जवानों ने फायरिंग की। इसमें गोली लगने से एक भारतीय ग्रामीण की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक प्रवक्ता ने कहा, “करीब 30 से 40 भारतीय तस्करों ने सीमा पर लगाए गए कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए बुधवार देर रात दुर्गापुर गांव में प्रतिबंधित वस्तुओं की बांग्लादेश में तस्करी करने की कोशिश की, लेकिन जवानों ने उन्हें चुनौती दी।”
हालांकि, भीड़ ने बीएसएफ कर्मियों को घेर लिया, उनके हथियार छीनने की कोशिश की और उन पर तेज धार वाले हथियारों से हमला कर दिया, जिसमें तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्होंने बीएसएफ ड्यूटी प्वाइंट पर भी तोड़फोड़ की और निगरानी उपकरणों को नुकसान पहुंचाया।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि जिंदगी और सरकारी संपत्ति के आसन्न खतरे को भांपते हुए, बीएसएफ जवानों ने आत्मरक्षा में और हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए फायरिंग की। दो हमलावरों को गोली लगी और उनमें से एक ने बाद में दम तोड़ दिया।
घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया गया है। सिपाहीजाला के पुलिस अधीक्षक बोगती जगदीश्वर रेड्डी ने कहा कि ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सीमा पर गश्त के दौरान स्थानीय लोगों तथा बीएसएफ के बीच झड़प हुई और जवानों ने बिना किसी उकसावे के ग्रामीणों पर फायरिंग की।
सीमावर्ती क्षेत्र का दौरा करने के बाद उन्होंने मीडिया से कहा, “घटना की निष्पक्ष जांच की जाएगी। एक फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और सबूत एकत्र किए हैं।”
इस संबंध में सोनामुरा थाने में एक एफआईआर दर्ज की गई। गुरुवार को सीमावर्ती गांव में तनाव बढ़ गया। बीएसएफ और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी अतिरिक्त बल के साथ इलाके में डेरा डाले हुए हैं।
17 मार्च को त्रिपुरा के उनाकोटि जिले के मगरोली में बीएसएफ के साथ झड़प में एक बांग्लादेशी तस्कर मारा गया था। उस झड़प में बीएसएफ के दो जवान भी घायल हो गए थे।