नई दिल्ली, टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया ने भारतीय पहलवान विनेश फोगाट की सराहना करते हुए उन्हें ‘साहस और नैतिकता का स्वर्ण पदक विजेता’ बताया है।
विनेश को बुधवार सुबह पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किलोग्राम स्पर्धा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था, क्योंकि उनका वजन तय वर्ग से 100 ग्राम अधिक था।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने बुधवार को एक बयान जारी कर विनेश के अधिक वजन के कारण खेलों से बाहर होने की बात साझा की और पहलवान की निजता का सम्मान करने की अपील की।
पुनिया ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “विनेश, आप साहस और नैतिकता की स्वर्ण पदक विजेता हैं। आपने बहुत साहस के साथ लड़ाई लड़ी है। जब (कल) मंगलवार को ओलंपिक अधिकारियों ने खेलने से पहले आपका वजन लिया, तो आपका वजन बिल्कुल सही था। आज सुबह (बुधवार) जो हुआ, उस पर कोई भी विश्वास नहीं करना चाहता। 100 ग्राम। मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि आपके साथ ऐसा हुआ है। पूरा देश अपने आंसू नहीं रोक पा रहा है। एक तरफ सभी देशों के ओलंपिक पदक और दूसरी तरफ आपका पदक।
“दुनिया का हर व्यक्ति आपके लिए प्रार्थना कर रहा था। दुनिया की हर महिला ने इस पदक को व्यक्तिगत पदक के रूप में महसूस किया। मैं चाहता हूं कि दुनिया की सभी महिलाओं की ये आवाजें सही जगह तक पहुंचे। मुझे उम्मीद है कि ओलंपिक में खेलने वाली दुनिया की सभी महिला पहलवान विनेश के साथ एकजुटता से खड़ी होंगी।”
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता दिग्गज शटलर पीवी सिंधु ने अयोग्य ठहराए जाने के बाद विनेश से हिम्मत बनाए रखने की बात कही और उन्हें ‘चैंपियन खिलाड़ी’ बताया।
विनेश ऐतिहासिक स्वर्ण पदक के लिए यूएसए की सारा हिल्डेब्रांट के खिलाफ खेलने वाली थीं। उनके अयोग्य घोषित होने के बाद, उन्हें यूडब्ल्यूडब्ल्यू नियमों के अनुसार अंतिम स्थान दिया जाएगा।
क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुज़मैन लोपेज, जो सेमीफाइनल में विनेश से हार गईं, अब 50 किग्रा वर्ग के ओलंपिक फाइनल में उनकी जगह लेंगी।