बिहार विधानसभा चुनाव के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से घुसपैठिए को लेकर दिए बयान के बाद राजनीति तेज हो गई है। भाजपा नेता प्रतुल शाहदेव ने बयान का समर्थन करते हुए कहा कि हम घुसपैठियों को देश से बाहर निकालकर रहेंगे।
आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने अवैध प्रवासियों को देश के लिए खतरा बताते हुए कहा कि यह मुद्दा हमेशा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एजेंडे में प्रमुख रहा है। उन्होंने कहा कि अवैध प्रवासी देश की संपत्ति पर जबरन दावा करते हैं और स्थानीय लोगों के हितों को प्रभावित करते हैं। बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में यहां के लोगों के लिए बनाई गई कल्याणकारी योजनाएं, छात्रवृत्तियां और अन्य लाभ हड़प लिए जाते हैं। इससे जनसांख्यिकी भी बदल रही है।
शाहदेव ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने आजादी के बाद 50 से अधिक वर्षों तक शासन किया और रोहिंग्या व बांग्लादेशी घुसपैठियों को न केवल आधार कार्ड, बल्कि वोटर कार्ड भी उपलब्ध कराए। तुष्टिकरण की नीति के तहत इन्हें वोट बैंक बनाया गया।
उन्होंने इंडी गठबंधन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जब भी भाजपा या अन्य दल घुसपैठियों को हटाने की बात करते हैं, इंडी गठबंधन उनके पक्ष में खड़ा हो जाता है। लेकिन चाहे कोई कुछ भी कहे, हम घुसपैठियों को देश से बाहर निकालकर रहेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मतदाता सूची और एसआईआर को लेकर दिए बयान का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि घुसपैठियों को हटाने के लिए सभी दलों को एकजुट होना चाहिए।
एसआईआर एक सतत प्रक्रिया है, जो आजादी के बाद कई बार चली है। 2003 में भी कांग्रेस के शासनकाल में यह प्रक्रिया चली थी। इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर शाहदेव ने स्पष्ट किया कि यह सही है कि विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री का चेहरा तय होगा, लेकिन बिहार में हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। यह अपने आप में बड़ा संकेत है। अमित शाह ने हमेशा कहा है कि नीतीश कुमार ही नेतृत्व कर रहे हैं।
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