नई दिल्ली, 15 जून । पिछले कई दिनों से पानी को लेकर दिल्ली में सियासत गर्म है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा है कि आम आदमी पार्टी से दिल्ली के लोग केवल एक ही सवाल पूछ रहे हैं कि वाटर टैंकर माफिया से आपका रिश्ता क्या है?
उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने दो दिन पहले ही फटकार लगाई थी और आम आदमी पार्टी से कहा था कि ये नौटंकीबाजी बंद कीजिए। पानी की सप्लाई हरियाणा और अन्य राज्यों से आ रही है। वाटर टैंकर माफिया कैसे पानी चुरा रहा है, इतना वाटर कैसे वेस्ट हो रहा है, इसलिए हो रहा है क्योंकि दिल्ली जल बोर्ड में 80,000 करोड़ का घोटाला हुआ है।
शहजाद पूनावाला ने कहा कि आम आदमी पार्टी और उसके वाटर टैंकर माफिया पानी को चुरा रहे हैं और उस पर कार्रवाई करने के बजाय मंत्री आतिशी और आम आदमी पार्टी उनका संरक्षण दे रहे हैं। जैसे शराब घोटाले में हर बोतल बिकने पर आम आदमी पार्टी को कमीशन मिल रहा था, वैसे वाटर टैंकर से आम आदमी पार्टी के दफ्तर में पैसा जमा हो रहा है।
उन्होंने कहा कि ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है। दिल्ली की चुनी हुई सरकार का यह देखना दायित्व है कि दिल्ली का पानी वाटर टैंकर माफिया के पास न जाए, दिल्ली वासियों के पास पहुंचे। उन्होंने निकम्मापन दिखाया है। जिसकी वजह से घर-घर पानी नहीं पहुंचा, उनकी सांठगांठ सबके सामने आ गई है। इनके कई नेताओं के नाम सामने आ चुके हैं, उन्होंने ही टैंकर माफिया को अलग-अलग भेज कर पानी की चोरी करवाई है। जेल में बैठे जो व्यक्ति हैं, उनको मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है।
शहजाद पूनावाला ने कहा कि उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूर्व से लेकर पश्चिम तक कांग्रेस टुकड़े टुकड़े पार्टी में बंट चुकी है। हर जगह आप देखिए कि कांग्रेस के नेता एक दूसरे से लड़ाई करते हुए दिखाई देंगे। कर्नाटक में 2 दिन पहले शिवकुमार का बयान आया है। अब कुमारी शैलजा ने हरियाणा में भी एक प्रकार से बगावत कर दी है। मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी का चरित्र यही है।
एक तरफ एनडीए गठबंधन मिशन और विजन के लिए काम कर रहा है, दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन के नेता केवल अपने-अपने एंबीशन में जुटे हुए हैं। वहां एंबीशन के चलते ही कंफ्यूजन और झगड़ा है। यह झगड़ा और कन्फ्यूजन केवल कांग्रेस में नहीं है, बल्कि पूरे इंडिया गठबंधन में है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का हाथ हमेशा ही आतंकी जिहादी मानसिकता वालों के साथ रहा है। इसका प्रमाण सामने निकल कर आया। अब कांग्रेस पार्टी वोट बैंक की राजनीति को राष्ट्र नीति पर के ऊपर रखती है। यह वही कांग्रेस है, जिसने 26 /11 पर कसाब को क्लीन चिट दी थी। ये वही कांग्रेस पार्टी है जिसने पुलवामा और पुंछ में पाकिस्तान को क्लीन चिट दी थी। यह वही कांग्रेस पार्टी है जिसने जिहादियों को बचाने के लिए काम किया। इसका मतलब ये है कि वोट बैंक को साधने के लिए कभी पाकिस्तान तो कभी जिहादियों के साथ खड़े हो सकते हैं। ये इनकी पुरानी आदत है।