छिंदवाड़ा, 29 फरवरी । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी शिकस्त के बाद पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने ‘दूसरा घर’ तलाशने की मुहिम तेज कर दी। यहां तक कि कांग्रेस सांसद नकुलनाथ और उनके पिता कमलनाथ के भी भाजपा में जाने के कयास लगने लगे।
कुछ दिनों पहले छिंदवाड़ा से कांग्रेस सांसद नकुलनाथ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से पार्टी का नाम हटा दिया। यहां तक कि पिता-पुत्र की जोड़ी अचानक दिल्ली पहुंच गई। दावे होने लगे कि दोनों भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसी बीच ना तो पिता-पुत्र की जोड़ी और ना ही भाजपा की तरफ से कोई भी आधिकारिक बयान आया।
इस पूरे सियासी कयास के कुछ दिन गुजरने के बाद नकुलनाथ का बयान आया है। उनका दावा है कि उनके भाजपा में शामिल होने की बात सिर्फ अफवाह है और इसे भाजपा ने ही फैलाया है।
नकुलनाथ ने छिंदवाड़ा में गुरुवार को कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ”भाजपा के लोग अफवाह फैला रहे हैं कि कमलनाथ और नकुलनाथ भाजपा में जा रहे हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि न तो कमलनाथ और न ही नकुलनाथ भाजपा में जा रहे हैं।”
नकुलनाथ के इस बयान से एक बात साफ हो गई है कि जो चर्चाएं चल रही थी, अब उस पर पूरी तरह विराम लग गया है।
अगर चुनावी समीकरण के लिहाज से देखें तो मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट को कांग्रेस और कमलनाथ के गढ़ के रूप में देखा जाता है। यहां से कमलनाथ नौ बार सांसद रहे हैं और वर्तमान में उनके पुत्र नकुलनाथ सांसद हैं।
मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कब्जा जमाया था। सिर्फ, छिंदवाड़ा सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी और यहां से नकुलनाथ चुनाव जीते थे। अब, 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी 29 में 29 सीट जीतने की तैयारियों में जुटी है।
दूसरी तरफ नकुलनाथ भी छिंदवाड़ा सीट को बरकरार रखने में जुटे हैं। कुल मिलाकर छिंदवाड़ा में कांग्रेस और भाजपा के बीच रोचक मुकाबला होने के आसार बनने लगे हैं।