पटना, 11 जुलाई । बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने राज्य में गिर रहे पुल-पुलियों पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि लापरवाही करने वाले इंजीनियरों को निलंबित किया गया है और जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अशोक चौधरी ने कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग का जो भी पुल गिरा है, वह अंडर कंस्ट्रक्शन था। मैं मानता हूं कहीं ना कहीं गड़बड़ियां हुई हैं, एसओपी को फॉलो नहीं किया गया है। लापरवाह इंजीनियरों को निलंबित किया गया है। टेक्निकल स्पेसिफिकेशन के अनुसार पुल का निर्माण हुआ या नहीं, उसे देखने के लिए आईआईटी की टीम को बुलाया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में गिर रहे पुल की जांच के लिए बाहर से मशीनें भी मंगाई गई हैं। जांच में अगर यह बात साबित होती है पुल के निर्माण के दौरान मापदंडों का पालन नहीं किया गया है तो इसमें शामिल इंजीनियर्स को बर्खास्त भी करेंगे और ठेकेदार पर एफआईआर भी दर्ज किए जाएंगे।
आज विश्व जनसंख्या दिवस है। देश में बढ़ती हुई जनसंख्या पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण डिबेट का मुद्दा है। इस पर सार्थक विचार-विमर्श की जरूरत है, बढ़ रही जनसंख्या चिंताजनक है। देश में तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है। 25 साल पहले हमारा टारगेट सबको बिजली देना था, इसके लिए हम पहले से बहुत ज्यादा बिजली उत्पादन कर रहे हैं। लेकिन, इसके बाद भी बिजली की कटौती हो रही क्योंकि जनसंख्या बहुत बढ़ रही है।
जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर उन्होंने कहा कि इतना ब्लंट होकर नहीं कह सकते कि जनसंख्या नियंत्रण कानून आना चाहिए, यहां डेमोक्रेसी है। जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए प्रॉपर डिबेट होनी चाहिए। इस डिबेट में सभी पॉलिटिकल पार्टी और सिविल सोसाइटी के लोगों को शामिल होकर विचार-विमर्श करना चाहिए।