आज शाम धर्मशाला पहुंचे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह मुख्य संसदीय सचिवों (सीपीएस) की नियुक्ति को रद्द करने वाले हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के फैसले को पढ़ेंगे और उसके बाद ही इस पर कोई फैसला लेंगे। एक निजी समारोह में भाग लेने आए सुक्खू ने कहा, “मैं इस मामले में कोई फैसला लेने से पहले न्यायालय के फैसले को पढ़ूंगा और अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ इस पर चर्चा करूंगा।”
मुख्यमंत्री ने कांगड़ा क्षेत्र में निर्माणाधीन विभिन्न विकास परियोजनाओं के संबंध में बैठक भी की, जिसमें गग्गल हवाई अड्डे का विस्तार और दघवार दूध संयंत्र का उन्नयन शामिल है।
बद्दी एसपी इमा अफरोज के बारे में पूछे जाने पर, जो स्थानीय कांग्रेस विधायक द्वारा कथित उत्पीड़न के कारण छुट्टी पर चली गई हैं, सुक्खू ने कहा कि वह छुट्टी पर चली गई हैं। उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि विधायक द्वारा बद्दी एसपी को कथित रूप से परेशान किए जाने के बारे में उनके पास कोई सबूत हो तो उन्हें सौंप दें।
जदरांगल में हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के परिसर के निर्माण में हो रही देरी के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले को शीघ्र सुलझा लिया जाएगा।
भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में कि वह अपनी पत्नी कमलेश ठाकुर के देहरा विधानसभा क्षेत्र को अधिक तरजीह दे रहे हैं, उन्होंने कहा कि आरोप लगाना विपक्ष का काम है और वह उन पर जवाब नहीं देना चाहते।
सुक्खू ने कहा कि वह कांगड़ा में अपनी सरकार द्वारा क्षेत्र में शुरू की गई विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने आए थे, जिनमें गग्गल हवाई अड्डे का विस्तार, डगवार दुग्ध संयंत्र का उन्नयन तथा देहरा में प्राणि उद्यान परियोजना शामिल हैं।