मनाली में पांच दिवसीय राष्ट्रीय स्तर के विंटर कार्निवल के दूसरे दिन लेफ्ट बैंक क्षेत्र के 100 महिला मंडलों की 1,000 से अधिक महिलाओं ने पारंपरिक महा नाटी का प्रदर्शन किया। पारंपरिक काले तीन फूलों वाले ‘पट्टू’, चांदी के ‘बूमनी’, ‘चंदरहार’ और लाल ‘धातू’ से सजी महिलाओं ने मॉल रोड पर एक साथ नृत्य किया, जिससे एक जीवंत नजारा बना जो कार्निवल का मुख्य आकर्षण बन गया।
मुख्य अतिथि मनाली विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने प्रतिभागियों की प्रतिभा की प्रशंसा की और उनके साथ नृत्य में शामिल होकर कुल्लू की नाटी की वैश्विक प्रसिद्धि और उसके पारंपरिक परिधान की खूबसूरती पर जोर दिया। उन्होंने भावी पीढ़ियों के लिए लोक संस्कृति को संरक्षित करने के महत्व को रेखांकित किया और परंपराओं की रक्षा करते हुए पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विंटर कार्निवल समिति की सराहना की।
मनु रंगशाला में आयोजित इस कार्निवल में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिसमें विभिन्न राज्यों के कलाकारों ने पारंपरिक प्रस्तुतियों से दर्शकों का मनोरंजन किया। महा नाटी में भी पर्यटक शामिल हुए, जिससे कार्यक्रम की रौनक बढ़ गई। 23 जनवरी को राइट बैंक क्षेत्र की महिला मंडलियां प्रस्तुति देंगी। इस साल कार्निवल के लिए 276 महिला मंडलों ने पंजीकरण कराया है।
मनाली के एसडीएम रमन कुमार शर्मा ने घोषणा की कि विजेता महा नाटी टीम को 2 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा, जबकि उपविजेता को 1 लाख रुपये दिए जाएंगे।
पिछली रात आयोजित कार्निवल की पहली सांस्कृतिक संध्या में ठंड के बावजूद दर्शकों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। नेहा दीक्षित ने अपने जोशीले गीतों से समां बांध दिया, जबकि शाम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई। जम्मू और अन्य राज्यों से आए लोक कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से खूब तालियां बटोरीं। पहली संध्या के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री का पारंपरिक कुल्लू शैली में शॉल, टोपी और स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया। कार्निवल मनाली की सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाता है और देश भर से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
Leave feedback about this