सहकारिता, कारागार, धरोहर एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने गुरुवार को प्राथमिक सहकारी समितियों को लाभ में लाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने घोषणा की कि निजी स्थानों पर सरकारी सहकारी उत्पाद वीटा बिक्री केंद्र स्थापित करने की योजना लागू की जाएगी।
सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा गुरुवार को गोहाना में जिला स्तरीय सहकारिता जागरूकता अभियान का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग ने प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों को लाभ में लाने के लिए कमर कस ली है। उन्होंने कहा, “हम युवाओं, खासकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएंगे और उन्हें नौकरी मांगने वाले के बजाय नौकरी देने वाले बनाने का काम करेंगे।”
मंत्री ने कहा कि कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात की तर्ज पर राज्य में प्राथमिक सहकारी समितियों को लाभ में लाने के लिए विशेष कार्य योजना तैयार की जा रही है।
मंत्री ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य किसानों, महिलाओं और युवाओं को सहकारी समितियों की हर योजना की जानकारी उपलब्ध कराना है, ताकि वे यह तय कर सकें कि किस योजना में वे आत्मनिर्भर बन सकते हैं।’’
डॉ. शर्मा ने कहा कि सहकारी समितियों के उत्पाद सेना छावनी तथा विदेशों में दुबई और अबूधाबी में बेचे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों को समय पर ऋण चुकाना होगा तथा बेहतर विपणन व्यवस्था के माध्यम से सहकारी समितियों को लाभ में लाने के लिए मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग इस बात पर विचार कर रहा है कि युवा सहकारी संस्थाओं के उत्पादों को निजी स्थानों पर बेचकर अपना स्वयं का काम शुरू करें, ताकि वे स्वरोजगार पैदा कर सकें।
शर्मा ने सोनीपत सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड द्वारा शुरू की गई तीन योजनाओं ‘म्हारे बुजुर्ग-म्हारी धरोहर’, ‘वीरांगना लक्ष्मीबाई बचत योजना’ और ‘नारी शक्ति उत्थान योजना’ का उद्घाटन किया।
भीड़ से अभिभूत कैबिनेट मंत्री ने गोहाना में जागरूकता अभियान शनिवार तक जारी रखने के निर्देश दिए।
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