कांगड़ा जिले की बोह घाटी के कनीकोट जोत धार में द्रोणेश्वर महादेव मंदिर के पास बिजली गिरने से कम से कम 120 भेड़-बकरियां मर गईं।
बताया जा रहा है कि बिजली कल देर रात गिरी थी। प्रभावित भेड़पालकों—सपेरा गाँव के उत्तम चंद, सपेड़ा गाँव के बुद्धि सिंह (दोनों कांगड़ा में) और चंबा ज़िले के भिओरा गाँव के नाथूराम—को सुबह सामूहिक मौतों का पता चला। नाथूराम ने पास के एक शिविर में जाकर साथी चरवाहों को इसकी जानकारी दी।
राज्य सहकारी ऊन उपार्जन एवं विपणन संघ लिमिटेड के अध्यक्ष मनोज कुमार ठाकुर ने कहा, “मैं पशुपालकों का दर्द समझता हूँ। उनकी पूरी आजीविका पशुपालन पर निर्भर है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन द्वारा उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाए।”
पशुचिकित्सा फार्मासिस्ट हरबंस सिंह और सुरेन्द्र कुमार, पशुपालन परिचारक केवल राम और करण सिंह सहित एक आधिकारिक टीम ने क्षति का आकलन करने और नुकसान का दस्तावेजीकरण करने के लिए घटनास्थल का दौरा किया।
स्थानीय युवाओं अवधेश कौशल, रिहारू राम, पंकज कुमार, राजू राम, विकास कुमार, राजकुमार, जीत कुमार और गोदा राम ने भी नुकसान का आकलन करने में टीम की सहायता की। भेड़पालकों ने सरकार से तत्काल मुआवजा जारी करने की अपील की है और कहा है कि नुकसान से उनकी वित्तीय स्थिति पर गंभीर असर पड़ा है।