30 मार्च से शुरू हुए चैत्र नवरात्रि के दौरान 14 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने हिमाचल प्रदेश के प्रमुख शक्तिपीठों और मंदिरों में दर्शन किए। 6 अप्रैल को संपन्न हुए धार्मिक उत्सव के दौरान भक्तों ने पूजा-अर्चना की और आशीर्वाद लिया।
हिमाचल प्रदेश पुलिस के अनुसार, सबसे अधिक 5,63,577 तीर्थयात्री कांगड़ा जिले के देहरा में ज्वालाजी माता के दर्शन के लिए आए। अन्य प्रमुख आकर्षणों में सिरमौर जिले में माता बाला सुंदरी शामिल हैं, जहां लगभग 2,77,500 श्रद्धालु आए और बिलासपुर जिले में नैना देवी में लगभग 2,52,700 श्रद्धालु आए। ऊना जिले में चिंतपूर्णी माता के दर्शन के लिए 1,00,800 श्रद्धालु आए, जबकि देहरा में बगलामुखी माता के दर्शन के लिए 81,975 श्रद्धालु आए। कांगड़ा में चामुंडा देवी के दर्शन के लिए 70,000 श्रद्धालु आए और कांगड़ा में ब्रजेश्वरी माता के दर्शन के लिए 68,650 श्रद्धालु आए।
इस अवधि के दौरान कुल 1,03,847 वाहन राज्य में आये, जिनमें 51,123 हल्के मोटर वाहन, 40,414 दोपहिया वाहन और 12,311 भारी मोटर वाहन शामिल थे।
डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा ने जिला पुलिस इकाइयों, यातायात प्रबंधन टीमों, होमगार्ड और स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने उनके समन्वय और चौबीसों घंटे तैनाती की प्रशंसा की, जिससे राज्य भर में यातायात का सुचारू प्रवाह, भीड़ पर प्रभावी नियंत्रण और बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई। उन्होंने कहा, “इस महत्वपूर्ण धार्मिक उत्सव का शांतिपूर्ण और घटना-रहित आयोजन हिमाचल प्रदेश पुलिस की व्यावसायिकता और सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण को दर्शाता है।”