आत्मनिर्भर भारत’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल को बढ़ावा देने के लिए, भारतीय रेलवे ने फिरोजपुर डिवीजन के 152 रेलवे स्टेशनों का चयन करते हुए ‘एक स्टेशन, एक उत्पाद’ (OSOP) योजना शुरू की है। इस पहल का उद्देश्य स्थानीय और स्वदेशी उत्पादों के लिए एक मंच प्रदान करना है, जिससे यात्रियों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाली वस्तुओं का अनुभव करने और खरीदने का मौका मिले, साथ ही स्थानीय कारीगरों, बुनकरों और शिल्पकारों को भी समर्थन मिले।
इस योजना में पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के स्टेशन शामिल हैं, जिनमें अमृतसर, जम्मू तवी, जालंधर सिटी, लुधियाना और फिरोजपुर कैंट जैसे प्रमुख केंद्र शामिल हैं। स्टॉल और कियोस्क में हथकरघा और स्थानीय शिल्प से लेकर डेयरी आइटम, खादी, ऊनी सामान, खेल उपकरण और क्षेत्रीय कृषि उत्पादों तक की विस्तृत श्रृंखला होगी।
विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), खादी और ग्रामोद्योग आयोग और अन्य जैसे प्रासंगिक प्राधिकरणों से आधिकारिक मान्यता या पंजीकरण वाले कारीगरों और बुनकरों को प्राथमिकता दी जाएगी। इस पहल का उद्देश्य न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है, बल्कि हाशिए के समुदायों के कारीगरों को स्थायी आजीविका के अवसर प्रदान करना भी है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक परमदीप सिंह सैनी ने बताया कि ओएसओपी स्टॉल लगाने के इच्छुक लोग अपने नजदीकी स्टेशन अधीक्षक या स्टेशन मास्टर के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
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