मंडी के सेराज क्षेत्र में हाल ही में हुई भारी बारिश की आपदा के मद्देनजर, ज़िले के आयुष विभाग ने कल तुंगधार पंचायत के कुथाह गाँव में एक बहु-विशिष्ट आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। इस शिविर का उद्देश्य आपदा प्रभावित लोगों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना था। इसमें 162 लोगों ने भाग लिया।
शिविर का उद्घाटन करते हुए जिला आयुष अधिकारी डॉ. राजेश कुमार कालिया ने स्वच्छता बनाए रखने और प्राकृतिक आपदाओं के बाद होने वाली जल जनित बीमारियों से बचने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने लोगों को आपदाओं के दौरान अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए निवारक उपायों के बारे में जागरूक किया।
चैलचौक के उप-मंडल आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुखदेव के मार्गदर्शन में, शिविर में व्यापक स्वास्थ्य जाँच की गई। आयुर्वेदिक परामर्श के साथ-साथ रक्तचाप, मधुमेह और रक्त परीक्षण भी किए गए। रोगियों को व्यक्तिगत निदान के आधार पर निःशुल्क आयुर्वेदिक दवाएँ भी दी गईं।
चिकित्सा दल में डॉ. संजीव कोंडल, डॉ. भारतेंदु, डॉ. विकास, डॉ. शिवानी और डॉ. अनामिका के साथ-साथ आयुर्वेदिक फार्मेसी अधिकारी विनोद कुमार, प्रेम सिंह, सुरेंद्र कुमार और जयपाल शामिल थे। उनके सहयोगात्मक प्रयासों से शिविर का सुचारू संचालन और शिविर में भाग लेने वालों को स्वास्थ्य सेवाओं का प्रभावी वितरण सुनिश्चित हुआ।
स्थानीय निवासियों ने इस चुनौतीपूर्ण समय में चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए आयुष विभाग का आभार व्यक्त किया। कई लाभार्थियों ने बताया कि शिविर ने न केवल उनकी तत्काल स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का समाधान किया, बल्कि बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से उत्पन्न मौजूदा संकट के दौरान अत्यंत आवश्यक राहत और आश्वासन भी प्रदान किया।