कल कांगड़ा क्षेत्र में आए तूफान से हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड (एचपीएसईबीएल) और जल शक्ति जैसे सरकारी विभागों को भारी नुकसान हो सकता है। तेज़ हवाओं के कारण बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त होने से लाखों लोग बिजली और पानी की आपूर्ति के बिना रह गए। आज ज़िले में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, क्योंकि अधिकांश कार्यालय बिजली और पानी की आपूर्ति के बिना थे।
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (एचपीएसईबीएल) धर्मशाला के मुख्य अभियंता अजय गौतम ने बताया कि कल रात आए तूफान के कारण कांगड़ा और चंबा जिलों में करीब 5500 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए। ट्रांसफार्मर या ट्रांसमिशन लाइनों को हुए नुकसान के कारण लाखों लोग बिना बिजली के रह गए। तूफान इतना भयंकर था कि 220 केवीए की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं।
उन्होंने कहा, “हम जल्द से जल्द बिजली बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं। एचपीएसईबीएल के कर्मचारी बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि कल तक ज़्यादातर ट्रांसफ़ॉर्मर बहाल हो जाएँगे।”
सूत्रों ने बताया कि कल रात आए तूफान के कारण एचपीएसईबीएल को लगभग 2 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त होने के कारण कई पेयजल योजनाएं भी क्षतिग्रस्त हो गईं और कांगड़ा जिले के कई इलाकों में लोग बिजली आपूर्ति से वंचित रह गए। जल शक्ति विभाग के मुख्य अभियंता दीपक गर्ग ने बताया कि बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित होने के कारण कांगड़ा जिले में करीब 55 परियोजनाएं प्रभावित हुईं, जिससे जिले के करीब 3 लाख लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
गर्ग ने बताया कि देहरा क्षेत्र में एक जलापूर्ति पंप स्टेशन की छत उड़ गई, जिससे जल शक्ति विभाग को लगभग 30 लाख रुपये का नुकसान हुआ।
तूफान के कारण जिले में कुछ सड़कें भी अवरुद्ध हो गईं, क्योंकि सड़कों पर पेड़ उखड़कर गिर गए। धर्मशाला-सराह-गग्गल मार्ग पर पेड़ उखड़कर गिरने से यातायात बाधित हुआ। जिले में कई संपर्क मार्गों पर भी पेड़ गिरने से यातायात बाधित हुआ। इस बीच, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने आज शाम तक अधिकांश सड़कों को साफ कर दिया।
तूफान ने कांगड़ा जिले के निचले इलाकों में गेहूं की फसल को भी नुकसान पहुंचाया है। खेतों में गेहूं की फसल गिर गई है। तूफान ने बागवानों को भी काफी नुकसान पहुंचाया है। कांगड़ा के बागवान संदीप ने बताया, “इस साल हमें लीची और आम की अच्छी फसल की उम्मीद थी। लेकिन बुधवार रात को अचानक आए तूफान ने आम और लीची की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है।”
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