गेहूं की फसल की बुवाई से पहले कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने जिले में डीएपी खाद की व्यवस्था शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, आज रेल परिवहन के माध्यम से जिले में करीब 70 हजार बोरी डीएपी पहुंची। दिवाली के बाद गेहूं की बुवाई शुरू होगी।
सरकार और कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के निर्देशानुसार डीएपी का वितरण मेरी फसल मेरा ब्यौरा (एमएफएमबी) पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा।
यमुनानगर के कृषि उपनिदेशक आदित्य प्रताप डबास ने बताया, “जिले में लगभग 70,000 बैग डीएपी की खेप पहुँच चुकी है।” उन्होंने बताया कि 50 प्रतिशत उर्वरक सहकारी क्षेत्र के माध्यम से और शेष निजी खुदरा विक्रेताओं के माध्यम से वितरित किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘सहकारी क्षेत्र में उर्वरकों की बिक्री इफको और कृभको के माध्यम से की जाएगी, जिनके जगाधरी, व्यासपुर और प्रताप नगर में तीन खुदरा दुकानें हैं।’’
प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पैक्स) के माध्यम से भी किसानों को उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा, “सभी किसानों से अनुरोध है कि वे अपने निकटतम विक्रय केंद्रों से ही डीएपी खरीदें और सरकार द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार पंजीकरण और खरीद प्रक्रिया पूरी करें।”
जानकारी के अनुसार चालू रबी सीजन में जिले में करीब 2.65 लाख एकड़ में गेहूं की बुवाई होगी।