रोहतक, 2 जुलाई भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), रोहतक ने अपने प्रमुख स्नातकोत्तर एमबीए कार्यक्रम के 15वें बैच को शामिल किया है। संस्थान द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, नए बैच में 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व है, जिसमें कुल छात्रों में से 73 प्रतिशत छात्राएँ हैं। बैच में भर्ती होने वाले उम्मीदवार इंजीनियरिंग, विज्ञान, वाणिज्य और पत्रकारिता सहित विभिन्न विषयों से स्नातक हैं। 29 और 30 जून को बैच के लिए एक प्रेरण समारोह आयोजित किया गया था। निदेशक धीरज शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्रालय की सचिव निधि खरे मौजूद थीं।
कपूर ने छात्रों को स्पष्ट अपेक्षाएँ निर्धारित करने, उत्कृष्टता प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करने और विभिन्न पृष्ठभूमियों से आए अपने सहपाठियों के साथ बातचीत करके विविधता को अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि नेतृत्व कौशल का 90 प्रतिशत हिस्सा पेशेवर क्षमता में निहित है, साथ ही सहानुभूति और व्यक्तिगत ईमानदारी भी एक नेता के महत्वपूर्ण गुण हैं। उन्होंने समय प्रबंधन, नेतृत्व, उत्कृष्टता और कार्य-जीवन संतुलन बनाए रखने पर भी अंतर्दृष्टि साझा की।
खरे ने कहा कि नेतृत्व की असली परीक्षा जीवन में आने वाली अप्रत्याशित चुनौतियाँ हैं। उन्होंने छात्रों से ज़िम्मेदारियाँ स्वीकार करने और सतत विकास के लिए नवाचार करने का आग्रह किया। खरे ने अल्पकालिक उत्पादों और बिक्री के बाद उच्च लागत के युग में उपभोक्ता अधिकारों के महत्व के बारे में भी बात की।
प्रोफेसर शर्मा ने छात्रों के नए बैच का स्वागत किया और संस्थान की सहकर्मी-सहकर्मी सहभागिता गतिविधियों के बारे में बताया। निदेशक ने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने दैनिक शिक्षण पर विचार करें, उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग करें और सभी अवसरों का लाभ उठाएँ।