नई दिल्ली, 16 जून भारतीय वायुसेना की टुकड़ी ने 4-14 जून तक अमेरिकी वायु सेना के ईल्सन एयर फोर्स बेस, अलास्का में आयोजित एक्सरसाइज रेड फ्लैग 2024 में भाग लिया। यह एक्सरसाइज रेड फ्लैग 2024 का दूसरा संस्करण था। यह एक उन्नत हवाई युद्ध प्रशिक्षण अभ्यास है, जिसे अमेरिकी वायु सेना साल में चार बार आयोजित करती है।
इस एक्सरसाइज में भारतीय वायु सेना के साथ-साथ रिपब्लिक ऑफ़ सिंगापुर एयर फ़ोर्स (आरएसएएफ), ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स (आरएएफ), रॉयल नीदरलैंड एयर फ़ोर्स (आरएनएलएएफ), जर्मन लूफ़्टवाफे़ और यूएस एयर फ़ोर्स (यूएसएएफ) ने भाग लिया।
रक्षा मंत्रालय ने रविवार को बताया, “भारतीय वायुसेना की टुकड़ी ने राफेल विमान और कर्मियों के साथ भाग लिया जिसमें वायुसेना दल, तकनीशियन, इंजीनियर, नियंत्रक और विषय विशेषज्ञ शामिल थे। राफेल लड़ाकू विमानों की ट्रान्साटलांटिक उड़ान को आईएल-78 के एयर टू एयर रिफ्यूलर (एएआर) ने संभव किया। कर्मियों और उपकरणों का परिवहन सी-17 ग्लोबमास्टर विमान द्वारा किया गया था।”
भारतीय वायुसेना की यह टुकड़ी 29 मई 2024 को अलास्का में ईल्सन बेस में पहुंची।
रेड फ्लैग एक हवाई युद्ध अभ्यास है, जिसे यथार्थवादी युद्ध जैसी परिस्थितियां प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए कई परिदृश्यों के साथ आयोजित किया जाता है। वांछित वातावरण तैयार करने के लिए बलों का सीमांकन किया जाता है। रेड फोर्स पर वायु रक्षा की जिम्मेदारी होती है और ब्लू फोर्स आक्रामण करता है। इस एक्सरसाइज के दौरान, रेड फोर्स का गठन मुख्य रूप से एफ-16 और एफ-15 विमानों की उड़ान वाले अमेरिकी एग्रेसर स्क्वाड्रन द्वारा किया गया था।
भारतीय वायुसेना के राफेल विमानों ने पहली बार एक्स रेड फ्लैग में भाग लिया। उन्होंने सिंगापुर और अमेरिका के एफ-16 तथा एफ-15 और अमेरिका के ए-10 विमानों के साथ सैन्य अभ्यास किया। एक्सरसाइज के दौरान बियॉन्ड विजुअल रेंज (बीवीआर) लड़ाकू अभ्यास शामिल रहे। भारतीय वायुसेना चालक दल ने मिशन योजना में सक्रिय रूप से भाग लिया और अभ्यास के दौरान नामित मिशनों के लिए अग्रणी नेतृत्व की भूमिका भी निभाई।
चुनौतीपूर्ण मौसम और लगभग शून्य से नीचे के तापमान के बावजूद, भारतीय वायुसेना के रखरखाव दल ने एक्सरसाइज के दौरान सभी विमानों की सेवा क्षमता सुनिश्चित करने के लिए लगन पूर्वक काम किया। एक्सरसाइज के दौरान 100 से अधिक उड़ानें भरी गईं तथा सभी निर्धारित मिशन सफलतापूर्वक पूरे किए गए।
इस सैन्य अभ्यास की मुख्य उपलब्धियों में अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों के साथ अंतर-संचालन की अंतर्दृष्टि रही। लंबी दूरी की यात्रा करने और रास्ते में हवा से हवा में ईंधन भरने का अनुभव, विशेष रूप से युवा चालक दल के लिए एक समृद्ध और रोमांचकारी अनुभव था।
भारतीय सैन्य टुकड़ी की 24 जून को भारत वापस आने से पहले ग्रीस और मिस्र की वायु सेनाओं के साथ एक्सरसाइज में भाग लेने की योजना है।
रेड फ्लैग एक्सरसाइज के अनुभव से समृद्ध, भारतीय वायुसेना एक्सरसाइज तरंग शक्ति-2024 के दौरान अन्य देशों के प्रतिभागी दलों की मेजबानी करने हेतु उत्साहित है, जो इस वर्ष के अंत में आयोजित होने वाला पहला भारतीय बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास है।