June 15, 2025
Entertainment

बर्थडे स्पेशल : हौसले की मिसाल हैं किरण खेर, कैंसर से लड़ते हुए भी न कला से पीछे हटीं, न राजनीति से

Birthday Special: Kirron Kher is an example of courage, even while fighting cancer she neither stepped back from art nor politics

बॉलीवुड एक्ट्रेस किरण खेर किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अभिनय से लेकर राजनीति तक में सफलता हासिल की है। वह लोगों के लिए हिम्मत की मिसाल हैं। वह जो कहती हैं, डटकर कहती हैं और बिना किसी डर के कहती हैं। उनका अंदाज रौबदार है। राजनीति हो या कला, वह हर मैदान में डटी रहीं। उन्होंने मुश्किल समय में भी अपने हौसले से सभी को प्रेरित किया।

जब उन्हें कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का पता चला, तब भी उन्होंने हार नहीं मानी। इलाज के दौरान भी वह अपनी जिम्मेदारियों को निभाने से नहीं चूकीं। उस समय किरण ने बतौर लोकसभा सांसद अपने कर्तव्यों को पूरी लगन से निभाया और जनता की सेवा करती रहीं। वहीं, बतौर अभिनेत्री भी अपने अभिनय करियर को जारी रखा। वह ‘इंडियाज गॉट टैलेंट’ जैसे लोकप्रिय टीवी शो में बतौर जज नजर आती रहीं और दर्शकों को अपनी उपस्थिति से उत्साहित करती रहीं। कैंसर के दर्द से जूझने के बावजूद उनके चेहरे पर मुस्कान, सादगी और आत्मविश्वास बना रहा, उनका यह अंदाज दर्शकों के दिलों को छू गया।

14 जून 1952 को जन्मीं किरण ने अपनी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। साल 2020 में उन्हें मल्टीपल मायलोमा का पता चला था, जो एक तरह का ब्लड कैंसर है। दरअसल, घर में हुए एक हादसे में उनकी बायीं बांह फ्रैक्चर हो गई थी, जब वह इलाज के लिए चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर अस्पताल में पहुंची, तो टेस्ट के बाद डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि यह सिर्फ हड्डी के फ्रैक्चर होने का मामला नहीं है, बल्कि उन्हें मल्टिपल मायलोमा नामक कैंसर भी है, जो उनकी बांह और कंधे में फैल चुका है।

इस खबर को जानने के बाद उनका परिवार और फैंस बुरी तरह टूट गए, लेकिन किरण खेर का हौसला बिल्कुल नहीं हिला। मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने खुद माना कि जब कैंसर जैसी बीमारी होने का पता चलता है, तो डर लगता है।

किरण ने कहा, “जब ऐसा कुछ पता चलता है, तो इसे स्वीकार करने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं होता। इलाज बहुत मुश्किल था – कीमोथेरेपी और उसके साइड इफेक्ट्स ने बीमारी से भी ज्यादा परेशान किया। शुरू के छह से आठ महीने बहुत ही कठिन थे, लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी। मैं सब भगवान के भरोसे छोड़ देती हूं।”

उन्होंने बताया, “जब मैं अस्पताल में अपना कैंसर का इलाज करा रही थी, उस वक्त भी मैं काम करती थी। मैंने उस दौरान चंडीगढ़ में एक ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया।”

इतना ही नहीं, किरण ‘इंडियाज गॉट टैलेंट’ के हर सीजन को जज करती रहीं। उन्होंने बिना रुके शूटिंग की। उन्होंने कहा, “कैंसर के इलाज के दौरान भी मैंने शो के लिए शूट किया, मैं सेट पर जाती थी।”

किरण खेर ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 1983 में पंजाबी फिल्म ‘आसरा प्यार दा’ से की थी। इसके बाद वह अपने पति अनुपम खेर के साथ फिल्म ‘पेस्टनजी’ में नजर आईं। इस फिल्म में उनका किरदार काफी छोटा था। उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया, जिसमें ‘देवदास’, ‘कर्ज: द बर्डन ऑफ ट्रूथ’, ‘मैं हूं ना’, ‘हम तुम’, ‘वीर-जारा’, ‘रंग दे बसंती’, ‘ओम शांति ओम’ समेत कई फिल्में शामिल हैं। उन्हें पर्दे पर ज्यादातर ‘मां’ की भूमिका निभाते हुए देखा गया। वह साल 2009 में राजनीतिक करियर की शुरुआत करते हुए भाजपा में भी शामिल हुईं।

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