जैसलमेर, 31 अक्टूबर । थार के अथाह रेगिस्तान में स्थित भारत-पाक सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवान इस दिवाली पर भी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं जबकि पूरा देश जश्न में डूबा हुआ है। देश के जवान अपने परिवारों से दूर रहकर भी देश की सुरक्षा में मुस्तैद हैं। पाकिस्तान से सटी सीमा पर खड़े ये सैनिक देश के अमन और चैन को बनाए रखने के लिए हर परिस्थिति में तैयार हैं।
सरहद पर तैनात जवानों ने इस साल भी दीपावली का पर्व धूमधाम से मनाया। सीमा चौकियों पर झिलमिलाते दीयों की कतारें, मिठाइयों का आदान-प्रदान और आतिशबाजी का आनंद इन जवानों ने एक-दूसरे के साथ साझा किया। उनके चेहरे पर खुशी की चमक और सुरक्षा की जिम्मेदारी का जज्बा साफ झलकता है। जवानों का मानना है कि उनके लिए देश पहले है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारे लिए सबसे बड़ी बात है कि देश के लोग दिवाली मनाएं और हमारी पहरेदारी से देश के लोग महफूज रहें।
जैसलमेर की सीमा चौकियों पर तैनात महिला जवानों ने भी इस पर्व को सुरक्षा के साथ मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने दीप जलाए और रंग-बिरंगी आतिशबाजी की। उनके जज्बे ने हर किसी का सीना गर्व से फुला दिया। महिला जवानों ने कहा कि त्योहार में घर की याद तो आती है, लेकिन हमारे लिए सबसे बड़ा सुख यही है कि देशवासियों को सुरक्षा मिले।
बॉर्डर पर तैनात जवान पूरी चौकस निगाहों से पाकिस्तान की ओर देख रहे हैं, ताकि किसी भी संभावित खतरे का सामना कर सकें। आज जब देश के लोग दीपावली की खुशियों में डूबे हैं, तब ये जवान अपनी ड्यूटी पर हैं। उनकी मुस्तैदी के कारण ही पूरा देश सुरक्षित है। बीएसएफ के जवानों ने अपने गांव और परिवार को दिवाली की बधाई देते हुए कहा कि वे देश की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार हैं। इस दिवाली वे अपनी खुशी सीमा पर ही मनाएंगे।
सरहद पर तैनात इन जवानों ने एक बार फिर साबित किया है कि वे केवल देश के रक्षक नहीं, बल्कि अपने परिवारों के लिए भी एक प्रेरणा हैं। जब देश के लोग खुशी से दीप जलाते हैं, तब ये जवान भी सीमा पर खुशियों के दीप जलाकर शांति और रोशनी का संदेश देते हैं।
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