शासन को सुचारू बनाने और सार्वजनिक सेवा वितरण को बढ़ाने के लिए, चंबा के उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने जिले के सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे म्यूटेशन, जमाबंदी और राजस्व न्यायालयों के तहत मामलों सहित सभी लंबित राजस्व संबंधी मामलों का त्वरित और समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें।
डलहौजी में राजस्व अधिकारियों के साथ एक व्यापक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए, उपायुक्त ने सभी तहसीलों में मामलों के प्राथमिकता के आधार पर निपटान की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समय पर समाधान न केवल प्रशासनिक दक्षता को बनाए रखता है बल्कि राजस्व प्रणाली में जनता का विश्वास भी मजबूत करता है।
विभिन्न श्रेणियों के राजस्व मामलों के लंबित मामलों पर विस्तृत चर्चा की गई। रेपसवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे प्रत्येक लंबित मामले को तत्परता से निपटाएं तथा सरकारी योजनाओं और कल्याण कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें, खासकर पात्र और वंचित लाभार्थियों के लिए।
जनता की शिकायतों पर ध्यान देते हुए डीसी ने सभी उप-विभागीय मजिस्ट्रेटों (एसडीएम) को नागरिकों की चिंताओं को दूर करने में सक्रिय और उत्तरदायी बने रहने का निर्देश दिया। उन्होंने भूमि सीमांकन विवाद, अवैध अतिक्रमण, म्यूटेशन प्रविष्टियां और जमाबंदी अपडेट जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रगति की भी समीक्षा की।
राजस्व भवनों के निर्माण और मरम्मत, ई-डिस्ट्रिक्ट परियोजना के चालू क्रियान्वयन तथा मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन (डायल 1100) के माध्यम से प्राप्त शिकायतों के निवारण पर अतिरिक्त ध्यान दिया गया।
रेपसवाल ने भरमौर और पांगी के आदिवासी क्षेत्रों में वन अधिकार अधिनियम (एफआरए) के दावों की स्थिति का भी आकलन किया और वास्तविक मामलों के त्वरित निपटान का आह्वान किया। समीक्षा किए गए अन्य प्रमुख मुद्दों में आधार सीडिंग शामिल है, जो लाभार्थी डेटाबेस को सुव्यवस्थित करने और अवैध खनन गतिविधियों से संबंधित चिंताओं के लिए महत्वपूर्ण है।
मानसून के मौसम के चलते, डीसी ने जिले भर में आपदा तैयारी उपायों की गहन समीक्षा की। उन्होंने सभी एसडीएम और राजस्व अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने और किसी भी आपातकालीन स्थिति, विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया।
बैठक का संचालन जिला राजस्व अधिकारी विक्रमजीत सिंह ने किया और इसमें एडीएम अमित मेहरा, भरमौर एडीएम कुलबीर सिंह राणा, चंबा एसडीएम प्रियांशु खाती, भटियात एसडीएम पारस अग्रवाल, डलहौजी एसडीएम अनिल भारद्वाज, डीएफओ रजनीश महाजन और जिले भर के सभी तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों ने भाग लिया।
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