मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को राज्य स्तरीय कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा-2025’ में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उनसे आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प के साथ चुनौतियों को स्वीकार करने का आग्रह किया।
शहीद मेजर अनुज राजपूत राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सेक्टर-20, पंचकूला में बोलते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कठिनाइयों पर काबू पाने से अधिक सफलता और व्यक्तिगत संतुष्टि मिलती है।
उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “चुनौती जितनी बड़ी होगी, उससे पार पाने की यात्रा उतनी ही अधिक संतुष्टिदायक होगी।” उन्होंने छात्रों को चुनौतियों से डरने के बजाय उन्हें स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित किया और परीक्षाओं और जीवन की बाधाओं से निपटने में उनकी मदद करने के लिए महत्वपूर्ण सफलता मंत्र साझा किए।
कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री ने स्कूल परिसर में शहीद मेजर अनुज राजपूत की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर शहीद के माता-पिता कुलवंश व उषा रोहिल्ला भी मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री और जिले भर के कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों ने दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘परीक्षा पे चर्चा-2025’ का सीधा प्रसारण देखा। इस अवसर पर हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडोली भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने देश भर के विद्यार्थियों के साथ बातचीत की तथा परीक्षा के दौरान तनाव मुक्त रहने तथा अच्छा प्रदर्शन करने के बारे में बहुमूल्य जानकारी साझा की। प्रधानमंत्री ने छात्रों की जिज्ञासाओं और चिंताओं का समाधान करते हुए कहा, “छात्र ध्यान केंद्रित रखकर जीवन में किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।”
उन्होंने दैनिक जीवन में प्राणायाम के महत्व के बारे में भी बताया तथा इस बात पर बल दिया कि इसके नियमित अभ्यास से असाधारण ऊर्जा प्राप्त होती है तथा अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद मिलती है।
प्रधानमंत्री ने अभिभावकों से अपने बच्चों की आकांक्षाओं और क्षमताओं को समझने का आग्रह किया और उनसे अपेक्षाएं थोपने के बजाय उनके विकल्पों का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने शिक्षकों को भी सलाह दी कि वे एक छात्र की दूसरे छात्र से तुलना न करें, क्योंकि इससे उनका आत्मविश्वास कम हो सकता है।
मुख्यमंत्री सैनी ने प्रधानमंत्री की पहल की प्रशंसा करते हुए कहा, “हर साल, प्रधानमंत्री मोदी परीक्षा से पहले छात्रों से सीधे संवाद करते हैं और उन्हें बिना तनाव के अपनी परीक्षा का सामना करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। वे इस दौरान छात्रों का आत्मविश्वास बनाए रखने में मदद करने के लिए माता-पिता और शिक्षकों का भी मार्गदर्शन करते हैं।”
उन्होंने कहा कि इस वर्ष की ‘परीक्षा पे चर्चा’ में 21 विभिन्न विषयों को शामिल किया गया, जिनमें न केवल शिक्षा बल्कि स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण और कौशल विकास भी शामिल हैं, ताकि छात्रों में जागरूकता बढ़ाई जा सके।
छात्रों को अपने अभिभावकों के साथ कार्यक्रम देखने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा, “इससे परीक्षा संबंधी दबाव कम करने में मदद मिलेगी और छात्रों को जीवन में सफलतापूर्वक आगे बढ़ने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए प्रमुख मंत्रों को अपनाने की प्रेरणा मिलेगी।”
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