पालमपुर, 14 जनवरी सुल्ला विधायक विपिन सिंह परमार ने कल आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार कांगड़ा जिले के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि जिस दिन से कांग्रेस सत्ता में आई है, पर्याप्त बजट के अभाव में जिले में सभी विकास गतिविधियां ठप पड़ी हैं।
परमार ने यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले एक साल में जिले की अधिकांश सड़कों की हालत खराब हो गई है। पिछले वर्ष मानसून के दौरान क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की अब तक मरम्मत नहीं हो सकी है। सीएम हेल्पलाइन और लोक निर्माण विभाग को बार-बार शिकायत के बावजूद क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत नहीं कराई गई। यही स्थिति जलशक्ति विभाग की भी रही।
परमार ने कहा कि सरकार वित्तीय संकट का सामना कर रही है और “उसके पास आउटसोर्स कर्मचारियों और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी पैसे नहीं हैं”। उन्होंने कहा कि टांडा मेडिकल कॉलेज के सफाई कर्मचारी वेतन न मिलने के कारण हड़ताल पर चले गए हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना और पिछली भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई हिमकेयर स्वास्थ्य योजना धन के अभाव में लगभग बंद हो गई है। “राज्य सरकार राज्य के विभिन्न अस्पतालों का 100 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया चुकाने में विफल रही है जहां लोगों को हिमकेयर योजना के तहत इलाज मिलता है। कई निजी अस्पतालों ने योजनाएं बंद कर दी हैं। पिछली भाजपा सरकार आठ गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को दवा खरीदने के लिए प्रति माह 3,000 रुपये का भुगतान कर रही थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने पिछले छह महीने से यह सुविधा बंद कर दी।’
परमार ने कहा कि कांग्रेस लोगों को 10 झूठे वादे करके सत्ता में आई थी, लेकिन एक भी पूरा नहीं किया।