लंदन, 13 सितंबर इंग्लिश ऑलराउंडर डेविड विली ने खुलासा किया कि अगर कोविड-19 महामारी नहीं होती तो 2019 विश्व कप विजेता टीम से बाहर किए जाने के बाद उनका अंतरराष्ट्रीय करियर लगभग खत्म हो गया था।
जोफ्रा आर्चर को टीम में शामिल किए जाने के लिए डेविड विली को आखिरी मिनट में इंग्लैंड की टीम से बाहर कर दिया गया।
क्रिकबज के साथ बातचीत में विली ने कहा, “अगर यह कोविड नहीं होता, तो शायद मेरा अंतराष्ट्रीय करियर खत्म हो गया होता। उन्होंने मैनचेस्टर में टेस्ट मैचों और साउथम्प्टन में वनडे मैचों के लिए बायो-बबल में रहने के लिए दो अलग-अलग टीमें चुनी जिसका लाभ मुझे मिला।”
तब से विली ने टीम में वापसी की और 2023 विश्व कप से पहले अपने ऑलराउंडर प्रदर्शन के साथ 22.19 की औसत से 36 विकेट लिए हैं।
इस परफॉर्मेंस के दम पर उन्हें भारत में खेले जाने वाले विश्व कप के 15 सदस्यीय टीम का सदस्य चुना गया है।
विली को लगता है कि घरेलू मैदान पर विश्व कप टीम का हिस्सा न होने का दुख उन्हें खेल से दूर कर सकता था। जिसके बाद वो जीवन के अन्य क्षेत्रों की ओर ध्यान देते। उन्होंने कहा कि मैं 2015 से लेकर उस विश्व कप तक टीम का एक बड़ा हिस्सा रहा हूं, इसलिए जिस दिन इंग्लैंड ने ट्रॉफी जीती वो बेहद खास क्षण था। मैं स्पष्ट रूप से जीत से खुश था, लेकिन मुझे उस टीम में शामिल न होने का दुख भी था।”
विली ने कहा, “काश मैंने भी इस जीत में अपना योगदान दिया होता मुझे लगता है कि अब क्रिकेट में मेरे साथ जो कुछ भी होता है वह उतना बुरा कभी नहीं होगा। जैसे-जैसे खेल में मेरा करियर आगे बढ़ता है और मैं जो भी करता हूं इसके बाद, मुझे लगता है कि यह शायद मेरे लिए एक कठिन लेकिन शानदार अनुभव है।”
भारत में मेगा इवेंट के लिए ट्रैवलिंग रिजर्व के रूप में नामित आर्चर ने हाल ही में गेंदबाजी फिर से शुरू की है। विली ने उम्मीद जताई कि उन्हें अपने स्थान का त्याग नहीं करना पड़ेगा, जैसा कि 2019 विश्व कप से पहले हुआ था।
विली ने ऑर्चर को लेकर कहा, “वह अच्छी स्थिति में दिख रहा है। मुझे नहीं पता कि फिटनेस के मामले में वह कहां है। हर कोई जानता है कि वह कितना अच्छा है, वह क्या करने में सक्षम है और वह मैचों को कैसे प्रभावित कर सकता है।”
उन्होंने कहा, “चीजें बदलती हैं और अगर यह मेरे लिए बदलती है, तो यह ऐसा कुछ नहीं है जिससे मैं पहले नहीं गुजरा हूं। मैं इंग्लैंड के लिए मैच जीतने की कोशिश करूंगा। यह तय करना मेरा काम नहीं है कि कौन आगे बढ़ेगा और कौन नहीं।”