October 11, 2024
Haryana

फरीदाबाद में सीवेज इंफ्रास्ट्रक्चर को उन्नत करने के लिए विकास निकाय को 450 करोड़ रुपये मिलने की संभावना

शहर में नागरिक बुनियादी ढांचे और सीवरेज प्रणाली को बड़ा बढ़ावा मिलने की संभावना है, क्योंकि केंद्र सरकार से फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (FMDA) को जल्द ही 450 करोड़ रुपये का अनुदान स्वीकृत और जारी होने की उम्मीद है। सूत्रों ने कहा कि शहर में सीवेज निपटान और उपचार सुविधाओं के नेटवर्क को उन्नत करने और बनाए रखने के लिए धन का उपयोग किया जाएगा।

जबकि एफएमडीए ने शहर में सभी प्रमुख सीवेज लाइनों (600 मिमी या उससे अधिक व्यास वाली लाइनें) का संचालन पहले ही अपने हाथ में ले लिया है, इसने फरीदाबाद नगर निगम (एमसीएफ) और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण से 60 एमएलडी की कुल क्षमता वाले दो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) को भी अपने हाथ में ले लिया है। वर्तमान में बादशाहपुर गांव में स्थित केवल एक कार्यात्मक 15 एमएलडी एसटीपी के साथ, नागरिक प्रशासन के सूत्रों के अनुसार, मरम्मत और नवीनीकरण कार्य पूरा होने के बाद अगले महीने एक और 45 एमएलडी प्लांट चालू होने की उम्मीद है।

एफएमडीए उसी स्थान पर 45 एमएलडी का एक अन्य एसटीपी स्थापित करने के कार्य में भी लगा हुआ है, जो एक वर्ष के भीतर कार्यात्मक हो जाएगा।

एफएमडीए के एक अधिकारी ने बताया, ‘केंद्र सरकार की नमामि गंगे परियोजना के तहत मंजूर की जाने वाली राशि का इस्तेमाल सीवेज ट्रीटमेंट सुविधाओं के उन्नयन और नवीनीकरण तथा शहर में मुख्य सीवर लाइनों के निपटान नेटवर्क की सफाई और मजबूती के लिए किया जाएगा।’ उन्होंने बताया कि 95 किलोमीटर लंबे मास्टर सीवर की सफाई की प्रक्रिया चल रही है।

एफएमडीए ने इस साल मार्च में पहली बार प्रमुख सीवेज लाइनों की सफाई का काम शुरू किया था और अब तक 16 किलोमीटर का काम पूरा कर लिया है। दावा किया गया कि मानसून के चलते दो महीने से ज़्यादा समय तक रुका रहा यह अभियान अब फिर से शुरू हो गया है। 30 करोड़ रुपये की यह परियोजना अगले साल जुलाई तक पूरी होने की संभावना है।

याद रहे कि सीवेज नेटवर्क की कुल लंबाई 640 किलोमीटर के करीब एक तिहाई हिस्से को एफएमडीए ने एमसीएफ से अपने अधीन ले लिया है। इस काम में यहां एसटीपी से जुड़ी मुख्य लाइनों की सफाई शामिल है। एफएमडीए जल्द ही प्रतापगढ़ और मिर्जापुर गांवों में स्थित 180 एमएलडी की कुल क्षमता वाले दो एसटीपी के रखरखाव का काम भी अपने हाथ में लेने वाला है। इन्हें एमसीएफ ने करीब 240 करोड़ रुपये की लागत से अपग्रेड किया है। हालांकि, एक अधिकारी ने बताया कि इनका हस्तांतरण पूरी तरह से चालू होने के बाद होगा।

एफएमडीए (सीवेज एवं जलापूर्ति) के मुख्य अभियंता विशाल बंसल ने कहा कि एजेंसी शहर में नागरिक निपटान एवं उपचार सुविधाओं को उन्नत एवं बेहतर बनाने के लिए विभिन्न उपाय या परियोजनाएं चला रही है।

नवीकरण के लिए उपयोग किया जाने वाला धन केंद्र की नमामि गंगे परियोजना के माध्यम से स्वीकृत की जाने वाली धनराशि का उपयोग सीवेज उपचार सुविधाओं के उन्नयन और नवीनीकरण तथा निपटान नेटवर्क की सफाई और सुदृढ़ीकरण में किया जाएगा।

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