जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक केएम पांडुरंग ने आज अंबाला छावनी में निर्माणाधीन 1857 शहीद स्मारक का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों को कला कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। स्मारक का निर्माण अंबाला में 1857 के प्रथम विद्रोह के गुमनाम नायकों के बलिदान की याद में किया जा रहा है।
उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और कार्यों का निरीक्षण किया। स्मारक के निदेशक डॉ. कुलदीप सैनी ने चल रहे कार्यों के बारे में रिपोर्ट पेश की और अधिकारियों ने कलाकृति के बारे में भी प्रेजेंटेशन दिया। पीडब्ल्यूडी (बीएंडआर) के अधिकारियों ने भी सिविल वर्क के बारे में विस्तृत रिपोर्ट दी।
शहीद स्मारक का निरीक्षण करते हुए महानिदेशक ने अधिकारियों को संग्रहालय के साथ-साथ प्रशासनिक ब्लॉक और विभिन्न दीर्घाओं, जिनमें अंबाला में घटना, अंबाला में प्रकोप, अंबाला में युद्ध, हरियाणा में प्रकोप, हरियाणा वृत्तचित्र, हरियाणा में युद्ध, भारत में युद्ध, अत्याचार सुरंग, भारत में अत्याचार, श्रद्धांजलि वृक्ष और अन्य दीर्घाएं शामिल हैं, को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
महानिदेशक ने कहा कि यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है और यह देश-विदेश में अपना मुकाम हासिल करेगा, इसलिए म्यूजियम के निर्माण में हर पहलू पर पूरा फोकस होना चाहिए। इसके अलावा निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। अंबाला से शुरू हुए स्वतंत्रता संग्राम की कहानी को एक छत के नीचे दिखाने का प्रयास किया जा रहा है।
स्वतंत्रता संग्राम को लेकर सरकार अंबाला में ही प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों का स्मारक बना रही है। 22 गैलरियों के माध्यम से इस स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े सभी पहलुओं को दिखाने का प्रयास किया जा रहा है। कार्य में तेजी लाने, बेहतर समन्वय के साथ काम करने और निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं ताकि इसका उद्घाटन कर इसे लोगों को समर्पित किया जा सके।
महानिदेशक को बताया गया कि सिविल कार्य शीघ्र ही पूरा हो जाएगा तथा वीआईपी के लिए हेलीपैड की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
महानिदेशक ने बताया कि स्मारक में 2,000 लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक ओपन-एयर थियेटर, एक प्रदर्शनी हॉल, फूड कोर्ट, शौचालय ब्लॉक, रिहर्सल रूम, ऑडिटोरियम, कॉफी शॉप, फूड कोर्ट, बैठने की जगह, लॉबी, आंगन, लाइब्रेरी, ई-लाइब्रेरी और अन्य सुविधाएं होंगी। जल निकायों में विभिन्न प्रकार के फव्वारे, वाटर स्क्रीन और कनेक्टिंग ब्रिज होंगे। स्मारक में 150 फुट से अधिक ऊंचा स्मारक टॉवर और वाहन पार्किंग के लिए भूमिगत डबल बेसमेंट पार्किंग की सुविधा होगी।
बागवानी विभाग को यहां सजावटी पौधे भी लगाने चाहिए ताकि इस स्थान की सुंदरता बढ़ सके।
इस अवसर पर एसडीएम अंबाला छावनी सतेंद्र सिवाच, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी (बीएंडआर) रितेश अग्रवाल और कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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