अंबाला छावनी में निर्माणाधीन सिविल एन्क्लेव (घरेलू हवाई अड्डा) में सभी औपचारिकताओं और लंबित कार्यों को पूरा करने के लिए 28 फरवरी तक की समय सीमा तय की गई है। अंबाला हवाई अड्डे से अयोध्या, जम्मू और लखनऊ के लिए उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है, इसके बाद हवाई संपर्क के लिए और शहरों को जोड़ा जाएगा।
इस परियोजना में गहरी दिलचस्पी ले रहे हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने रविवार शाम को अंबाला छावनी में घरेलू हवाई अड्डे से उड़ान सेवाएं शुरू करने के संबंध में नागरिक उड्डयन, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, पुलिस, पीडब्ल्यूडी (बीएंडआर) और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ एक संयुक्त बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में हरियाणा के नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए।
अनिल विज ने कहा, “अंबाला छावनी में घरेलू हवाई अड्डे का निर्माण, जो कभी असंभव लगता था, ईमानदार प्रयासों से संभव हो पाया है। प्रमुख और महत्वपूर्ण जंक्शन होने के कारण अंबाला छावनी को घरेलू हवाई अड्डे के बनने से काफी लाभ मिलेगा और क्षेत्रीय विकास तथा रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी। सभी चीजें तैयार हैं, मशीनें लग रही हैं और एक महीने में काम पूरा हो जाएगा।”
बैठक से पहले मंत्री ने एयरपोर्ट का निरीक्षण किया और सुरक्षा जांच के लिए लगाई गई मशीनों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए, ताकि परिचालन जल्द शुरू हो सके। विज ने पुलिस अधिकारियों को एयरपोर्ट की जिम्मेदारी संभालने और संवेदनशीलता के चलते सख्त निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, क्योंकि एयरपोर्ट वायुसेना स्टेशन के बगल में है।
उड़ान सेवाएं शुरू करने की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए जल्द ही चंडीगढ़ में एक और बैठक आयोजित की जाएगी।
नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे घरेलू हवाई अड्डे से संबंधित सभी लंबित कार्यों और औपचारिकताओं को 28 फरवरी तक पूरा करना सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करने और बैठक के दौरान चर्चा किए गए कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के भी निर्देश दिए।
नागरिक उड्डयन सलाहकार डॉ. नरहरि सिंह बांगर ने कहा, “एयरपोर्ट का निरीक्षण किया गया और सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। एयरपोर्ट को चालू करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे और चीजों का काम लगभग 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से कुछ मशीनें भेजी जानी हैं और जल्द ही मशीनें यहां पहुंच जाएंगी। जल्द ही उड़ान सेवाएं शुरू करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। शेष मुद्दों पर विचार करने के लिए मंगलवार को नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल की अध्यक्षता में बैठक होनी है।”
उड़ान 3.0 योजना के तहत परियोजना को मंजूरी दिसंबर 2018 में केंद्र सरकार की उड़ान 3.0 योजना के तहत सिविल एयरपोर्ट परियोजना को मंजूरी दी गई थी। जमीन संबंधी दिक्कतों के कारण परियोजना अटक गई थी। परियोजना की आधारशिला अक्टूबर 2023 में रखी गई थी। सिविल कार्य तो पूरा हो गया है, लेकिन सुरक्षा उपकरण और बैगेज स्कैनर लगाने में देरी के कारण परियोजना में देरी हुई है।
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