September 27, 2024
Haryana

फरीदाबाद: एक सप्ताह में 32 ‘साइबर अपराधी’ गिरफ्तार

फरीदाबाद, 7 जुलाई जिला पुलिस की साइबर सेल ने पिछले एक सप्ताह में साइबर अपराध के आठ मामलों को सुलझाते हुए 32 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 21.55 लाख रुपये भी बरामद किए हैं।

एसीपी (साइबर क्राइम) अभिमन्यु गोयत ने बताया कि 28 जून से 4 जुलाई के बीच एनआईटी थाने की साइबर सेल ने चार मामले, बल्लभगढ़ सेल ने तीन मामले और सेंट्रल थाने ने एक मामला सुलझाया है।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान आशीष, हिमांशु, शाहरुख आलम, शेखर आनंद, चांदनी कुमारी, अंजलि, काजल, क्रांति, सपना, अर्चना, अंजलि, स्नेहा, वैशाली कुमारी, कोमल, मनीषा कुमारी, नेहा, सिंह, सलमा, अंकिता, आशीष, पवन उर्फ ​​पप्पू, गोल्डी उर्फ ​​प्रिंस, सगीर अली, सलमान अली, संदीप, संतोष सिंह, रंजीत कुमार, वंदना, मंदीप, मुकेश कुमार, प्रीतेश कुमार, शशांक मोहन और संजीव कुमार के रूप में हुई है।

इन आरोपियों को पिछले कुछ महीनों में जिले में दर्ज मामलों में दिल्ली, उत्तर प्रदेश और एनसीआर के विभिन्न हिस्सों से पकड़ा गया है।

उनकी कार्यप्रणाली का खुलासा करते हुए, एसीपी (साइबर अपराध) ने कहा कि कुछ आरोपी पीड़ितों को ऑनलाइन आकर्षक नौकरियों का लालच देते थे, जबकि कुछ पीड़ितों को शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कहते थे और फर्जी ऐप और प्लेटफॉर्म का उपयोग करके पैसे को अपने खातों में ट्रांसफर कर लेते थे।

आरोपियों ने टेलीग्राम पर काम पूरा करने और आसान बैंक लोन के बहाने भी लोगों को ठगा। इसके अलावा, कुछ आरोपी अश्लील वीडियो पोस्ट करके लोगों को ब्लैकमेल करते थे या लोगों को क्यूआर कोड, यूपीआई के जरिए पैसे जमा करने का लालच देते थे या बैंक अधिकारी बनकर ओटीपी मांगते थे। ये साइबर अपराधी बिजली, पानी और संपत्ति कर बिल जमा करने या निकासी के लिए भी फर्जी संदेश भेज रहे थे।

एसीपी ने बताया कि 1,90,800 रुपए वापस कर दिए गए हैं, जबकि आरोपियों के बैंक खातों में 7.36 लाख रुपए फ्रीज कर दिए गए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे साइबर अपराधों की तुरंत सूचना 1930 या https://cybercrime.gov.in पर दें, क्योंकि इससे पुलिस को साइबर अपराधियों के बैंक खाते फ्रीज करने में मदद मिल सकती है।

पुलिस ने किसी भी सार्वजनिक स्थान, शैक्षणिक या सामाजिक संस्थान में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर: 9991252353 भी जारी किया है।

Leave feedback about this

  • Service