May 25, 2025
Entertainment

गढ़चिरौली में पहला इन्फ्लेटेबल सिनेमा हॉल, विक्की-रश्मिका की ‘छावा’ से हुआ आगाज

Gadchiroli’s first inflatable cinema hall inaugurated with Vicky-Rashmika’s ‘Chhava’

महाराष्ट्र के दूरदराज आदिवासी जिले गढ़चिरौली में फिल्म ‘छावा’ से इन्फ्लेटेबल सिनेमा हॉल का आगाज किया गया। फिल्म छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है। फिल्म को दिखाने की पहल मोबाइल थिएटर कंपनी ‘पिक्चरटाइम’ ने शुरू की। इनका उद्देश्य दूरदराज के क्षेत्रों में सिनेमा को पहुंचाना है।

इस फिल्म में विक्की कौशल, रश्मिका मंदाना और अक्षय खन्ना अहम किरदार में हैं। फिल्म का निर्देशन लक्ष्मण उतेकर ने किया, जबकि निर्माण दिनेश विजान ने किया। फिल्म ने लोगों को सिनेमा की तरफ आकर्षित किया और उन्हें थिएटर जैसा फिल्म देखने का अनुभव दिया।

गढ़चिरौली महाराष्ट्र का दूर-दराज और पिछड़ा जिला है। नक्सल प्रभावित इलाके में करीब 10 लाख लोग रहते हैं। यहां अब लोगों को सिनेमा देखने का नया और शानदार अनुभव मिलने वाला है। पिक्चरटाइम कंपनी ने यहां एक आधुनिक थिएटर शुरू किया है, जिसमें एसी स्क्रीनिंग रूम, 5.1 डॉल्बी साउंड, 120 पुश-बैक कुर्सियां और डिजिटल प्रोजेक्शन है। चूंकि यहां 90 प्रतिशत हिस्सा गांवों का है, इसलिए टिकट की कीमत सिर्फ 150 रुपए रखी गई है, ताकि गांव के लोग भी आसानी से फिल्में देख सकें।

22 मई की शाम को गढ़चिरौली में इस नए मोबाइल सिनेमा हॉल का शानदार उद्घाटन हुआ। इस खास मौके पर गढ़चिरौली विधानसभा क्षेत्र के विधायक मिलिंदजी नरोटे, गढ़चिरौली जिले के कलेक्टर, आईएएस अविश्यंत पांडा, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रशांतजी वाघारे, सीओओ और पिक्चरटाइम के अध्यक्ष सुरजीत रॉय सहित कई सम्मानित लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे।

सिनेमा हॉल इस शुक्रवार से सामान्य फिल्में दिखाना शुरू करेगा। इसमें दो फिल्में दिखाई जाएंगी, जिनमें एक मराठी फिल्म ‘अता थांबायचा नाय’ और दूसरी हिंदी फिल्म ‘केसरी वीर’ शामिल हैं।

पिक्चरटाइम के संस्थापक और सीईओ सुशील चौधरी ने कहा, “हमारी कंपनी का मकसद हमेशा से यही रहा है कि सिनेमा हर इंसान तक पहुंचे, चाहे वह भारत के कितने ही दूर-दराज इलाकों में क्यों न रहता हो। हमने महाराष्ट्र के गढ़चिरोली में ‘छावा’ फिल्म के साथ अपने इन्फ्लेटेबल थिएटर शुरू किया है, और हाल ही में तमिलनाडु के बोम्मिडी इलाके में भी अपनी इसी सेवा को शुरू किया। ये हमारी यात्रा के अहम पड़ाव हैं। हमारा मानना है कि सिनेमा तक पहुंच केवल मनोरंजन नहीं है, यह लोगों को जोड़ने, प्रेरित करने और एक जैसा सांस्कृतिक अनुभव देने का जरिया है।”

पिक्चरटाइम ने इससे पहले लद्दाख, किश्तवाड़, आसिफाबाद, बापटला, नागौर और खटीमा जैसे इलाकों में भी अपने सिनेमा थिएटर शुरू किए हैं।

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