वाशिंगटन, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक बार फिर गाजा को खाली करने का अपने विचार दोहराया। उन्होंने इस क्षेत्र में रहने वाले फिलिस्तीनियों के बारे में कहा, “मैं चाहता हूं कि वे ऐसे क्षेत्र में रहें जहां वे बिना किसी रुकावट, क्रांति और हिंसा के रह सकें।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप ने कहा, “जब आप गाजा पट्टी को देखते हैं, तो पाते हैं कि यह कई सालों से नरक की तरह है… इस पट्टी पर कई सभ्यताएं रही हैं। यह अभी शुरू नहीं हुआ है। इसकी शुरुआत हज़ारों साल पहले हुई थी और इसके साथ हमेशा हिंसा जुड़ी रही है। आप लोगों को ऐसे इलाकों में ले जा सकते हैं जो अधिक सुरक्षित हैं और शायद ज्यादा बेहतर और आरामदायक।”
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गाजा के लगभग 90% निवासी विस्थापित हो चुके हैं। कई लोगों को बार-बार, [कुछ को तो 10 से भी अधिक बार], विस्थापित होने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
बता दें अमेरिकी राष्ट्रपति ने शनिवार को कहा था कि वह चाहते हैं कि जॉर्डन और मिस्र गाजा से लोगों को ले जाएं। उन्होंने सुझाव दिया, ‘हम उस पूरी जगह को बस खाली कर दें।’
ट्रंप ने जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला के साथ अपनी कॉल के बारे में बताते हुए यह बात कही थी। उनके मुताबिक, “मैंने उनसे कहा कि मैं चाहूंगा कि आप और अधिक काम करें क्योंकि मैं अभी पूरे गाजा पट्टी को देख रहा हूं और यह एक गड़बड़ है, एक वास्तविक गड़बड़ है। मैं चाहूंगा कि वह लोगों को ले जाए।” उन्होंने कहा कि वह बाद में मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी से बात करेंगे।
ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से बात की है, लेकिन उन्होंने सीधे तौर पर यह कहने से इनकार कर दिया कि क्या राष्ट्रपति की अतिरिक्त फिलिस्तीनी शरणार्थियों को लेने के बारे में क्या राय है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “मैं ऐसा करना पसंद करूंगा – मैं चाहता हूं कि वह कुछ ले जाए, हम उनकी बहुत मदद करते हैं, और मुझे यकीन है कि वह हमारी मदद कर सकते हैं, वह मेरे दोस्त हैं।” उन्होंने कहा, “वह दुनिया के बहुत ही कठिन हिस्से में हैं, ईमानदारी से कहूं तो, लेकिन मुझे लगता है कि वह ऐसा कर सकते हैं।”
ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात करने की योजना बनाई है, जो ‘मुझसे मिलने के लिए यहां आ रहे हैं।’
नेतन्याहू के वाशिंगटन आने की तारीख के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, ‘बहुत जल्द।’
ट्रंप के गाजा को खाली करने के विचार को फिलिस्तीनी ग्रुप हमास और इस्लामिक जिहाद खारिज कर चुके हैं।
गाजा में इजरायली हमलों ने गाजा के लगभग पूरे 2.3 मिलियन लोगों को विस्थापित कर दिया है।
दशकों पुराने इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष में 7 अक्टूबर, 2023 को भयंकर रक्तापत शुरू हुआ, जब फिलिस्तीनी हमास के लड़ाकों ने इजरायल पर हमला किया। लगभग 1,200 लोग मारे गए और 251 बंधक बना लिए गए।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा पर इजरायल के सैन्य हमले में 47,000 से अधिक लोग मारे गए। यहूदी राष्ट्र पर नरसंहार और युद्ध अपराध के आरोप लगे, जिनका इजरायल ने खंडन किया है।
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