कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने आज कहा कि आवारा पशुओं के कारण किसानों को नुकसान हो रहा है और इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार किसानों के पशुओं की निगरानी के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार करने पर विचार कर रही है ताकि वे अपने पशुओं को आवारा न छोड़ें।
धर्मशाला में जिला शिकायत समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंत्री ने कहा कि पोर्टल के माध्यम से आवारा और पालतू पशुओं की निगरानी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि पशुपालन के लिए किसानों को प्रोत्साहन देने का प्रावधान करने का प्रस्ताव रखा गया है। उन्होंने कहा कि किसानों के खेतों की सुरक्षा के लिए सब्सिडी पर बाड़ लगाने की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को कुहलों का जीर्णोद्धार करने के भी निर्देश दिए।
गैर सरकारी सदस्यों ने ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे नशे के मामले को उठाया तथा चंद्र कुमार ने पुलिस को निर्देश दिए कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में नशे के मामलों में नियमित रूप से सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि उपमंडल प्रशासन को भी नियमित रूप से जांच करनी चाहिए ताकि युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखा जा सके।
गैर सरकारी सदस्यों ने सड़क, पेयजल और बिजली से संबंधित मुद्दे भी उठाए। उन्होंने संपर्क सड़कों में सुधार की आवश्यकता, स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने, नई बसें चलाने, फोरलेन सड़कों के निर्माण से उत्पन्न समस्याओं का समाधान करने, बिजली, स्वास्थ्य, पेयजल और सीवरेज के मुद्दे उठाए। इसके अलावा, छुट्टियों के दिनों में निर्धारित रूटों पर बसें न चलने की शिकायत भी की गई।
कृषि मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को गैर-सरकारी सदस्यों द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों का समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वे लोगों की शिकायतों पर हुई प्रगति की निगरानी करेंगे।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जिला स्तरीय शिकायत निवारण समिति की बैठक का एजेंडा 10 दिन पहले भेजने तथा अगली बैठक में सभी मामलों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद कांगड़ा में समिति की यह पहली बैठक थी।
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