यमुनानगर, 8 अगस्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) कर्मचारियों ने आज 13वें दिन भी अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखी, जिससे जिले भर में स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रतिकूल असर पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने आज क्रमिक भूख हड़ताल भी शुरू की और पहले दिन पांच कर्मचारी भूख हड़ताल पर बैठे। उन्होंने बताया कि हड़ताल 10 अगस्त तक जारी रहेगी।
यमुनानगर सिविल अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे एनएचएम कर्मचारियों को संबोधित करते हुए एनएचएम कर्मचारी सांझा मोर्चा मंच के अध्यक्ष अमित गुर्जर ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक उनकी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि उनकी मांगें हैं कि नौकरियों को नियमित किया जाए, कर्मचारियों को उनकी 25 साल की सेवा का सम्मान दिया जाए और सातवें वेतन आयोग के लाभों को लागू किया जाए। “हम कैशलेस मेडिकल सुविधा, अर्जित अवकाश, बढ़ी हुई आकस्मिक छुट्टी आदि के प्रावधान की भी मांग कर रहे हैं” गुर्जर ने कहा।
यमुनानगर में बुधवार को कर्मचारियों ने माला पहनकर अपना अनशन शुरू किया। सूत्रों के अनुसार, एनएचएम हड़ताल से टीकाकरण, जन्म और मृत्यु पंजीकरण तथा गर्भावस्था अनुवर्ती देखभाल सहित कई स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
गुर्जर ने कहा कि जिले में नर्सों, टीबी कार्यक्रम के वरिष्ठ उपचार प्रयोगशाला पर्यवेक्षकों और सूचना सहायकों सहित 670 एनएचएम कर्मचारी हैं, जिनमें से 600 हड़ताल पर हैं।
यमुनानगर के मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल की प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर (कार्यवाहक) डॉ दिव्या मंगला ने बताया कि एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल का अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। डॉ मंगला ने कहा, “हम नियमित कर्मचारियों की मदद से काम चला रहे हैं, ताकि हड़ताल का स्वास्थ्य सेवाओं पर कोई खास असर न पड़े।”