शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कल गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जिले के लोगों का रक्षा सेवाओं में योगदान सराहनीय है, यहां के लगभग हर परिवार का कोई न कोई सदस्य सशस्त्र बलों में है। उन्होंने जिले की विरासत पर गर्व व्यक्त किया, जिसमें स्वतंत्रता संग्राम के दौरान और उसके बाद देश की सीमाओं की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार शामिल हैं।
राज्य सरकार की दो साल की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए ठाकुर ने कहा कि आपदाओं से प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए राज्य के संसाधनों से 4,500 करोड़ रुपये का राहत पैकेज प्रदान किया गया। उन्होंने प्राकृतिक खेती के माध्यम से उगाई गई फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा और दूध की कीमतों में वृद्धि करके किसानों को समर्थन देने पर सरकार के ध्यान का उल्लेख किया। स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के प्रयासों में मेडिकल कॉलेजों को अपग्रेड करना और हर विधानसभा क्षेत्र में आदर्श अस्पताल स्थापित करना शामिल है।
शिक्षा संबंधी पहलों पर चर्चा करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को फिर से लागू किया है और विभागों में हजारों रिक्तियों को भरने की योजना बनाई है, जिसमें अकेले शिक्षा में 15,000 पद शामिल हैं। प्री-प्राइमरी कक्षाओं के लिए 6,200 नर्सरी-प्रशिक्षित शिक्षकों की भर्ती और पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा शुरू करने की प्रक्रिया भी चल रही है। हर विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल स्थापित किए जा रहे हैं, जिसका काम भोरंज और नायडून में शुरू हो चुका है।
इससे पहले ठाकुर ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ समारोह का समापन हुआ। मंत्री ने स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया और विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय सेवाएं देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया।