April 3, 2025
Chandigarh

गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के सीएम सैनी की सादगी और कार्यशैली की सराहना की

चंडीगढ़, 31 मार्च, 2025 – केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जो सोमवार को अग्रोहा में महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज परिसर में दो परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के लिए हरियाणा में थे, ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सादगी और कार्यशैली की प्रशंसा की।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘नायाब सिंह सैनी शांत, सौम्य व्यक्तित्व के साथ-साथ एक कुशल प्रशासक भी हैं।’

इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं लोक निर्माण मंत्री श्री रणबीर सिंह गंगवा, स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती राव भी उपस्थित थीं।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि हरियाणा में अब सरकारी नौकरियों में भेदभाव या जाति-आधारित पक्षपात नहीं होता।

किसी क्षेत्र विशेष के लोगों को अनुचित वरीयता नहीं दी जाती, बल्कि अब बिना पर्ची खर्ची के पारदर्शी तरीके से नौकरियां दी जाती हैं। नायब सरकार ने एक ऐसी व्यवस्था स्थापित की है जो एक आदर्श के रूप में काम करती है।

श्री अमित शाह ने कहा कि इस पारदर्शी और निष्पक्ष रोजगार व्यवस्था से युवाओं का सरकार पर विश्वास काफी बढ़ा है। महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज, अग्रोहा हिसार में महाराजा अग्रसेन की भव्य प्रतिमा का अनावरण करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने हरियाणा आने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा का अनावरण करना उनके लिए बहुत सम्मान की बात है।

उन्होंने गुरु अंगद देव जी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनकी शहादत और देश के लिए सिख गुरुओं द्वारा दिए गए बलिदान को याद किया।

अमित शाह ने कहा कि आज स्वर्गीय ओपी जिंदल की पुण्यतिथि है। उन्होंने कहा कि उनके विजन का अनुसरण करते हुए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज जनसेवा के लिए समर्पित है। यह अस्पताल व्यापार से पहले उनकी करुणा से प्रेरित दृष्टिकोण को दर्शाता है।

यहां करीब 5 लाख लोग ओपीडी सेवाएं लेते हैं। इस संस्थान ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अपना अलग स्थान स्थापित किया है और उन्हें उम्मीद है कि भविष्य में यहां मरीजों को आधुनिक तरीकों से और भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।

महाराजा अग्रसेन के युग को याद करते हुए

केंद्रीय गृह मंत्री ने महाराजा अग्रसेन के शासनकाल को याद करते हुए कहा कि उनका दृष्टिकोण बहुत दूरदर्शी था। महाभारत काल से लेकर आज तक उन्होंने शासन की अनूठी व्यवस्था स्थापित की। 5,300 साल पहले उन्होंने इस विचार की नींव रखी थी कि जो कोई भी उनकी नगरी में आएगा, वह धनवान बनेगा, उसका अपना घर होगा और वह सम्मानपूर्वक जीवन जीएगा।

उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य राज्य के मूल्यों को पोषित करना है तथा यह सुनिश्चित करना है कि उनके राज्य में कोई भी भूखा न रहे, बेघर न रहे, या आजीविका के साधन से वंचित न हो।

अमित शाह ने आगे कहा कि महाराजा अग्रसेन ने सुशासन के सिद्धांत स्थापित किए थे और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी उसी मार्ग पर चल रहे हैं। सरकार का विजन समाज के हर वर्ग का उत्थान करना है।

इस दिशा में करोड़ों लोगों को आवास की सुविधा दी गई है। 81 करोड़ जरूरतमंद लोगों को राशन उपलब्ध कराया गया है, 11 करोड़ लोगों को गैस सिलेंडर उपलब्ध कराए गए हैं। इसी तरह महिलाओं की सुविधा के लिए शौचालय बनाए गए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सरकार सहकारिता के माध्यम से रोजगार सृजन की दिशा में भी काम कर रही है। पिछले दस वर्षों में, एक महत्वपूर्ण परिवर्तन हुआ है।

हरियाणा ने विकास में नये मानक स्थापित किये हैं

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि चुनाव से पहले उन्होंने श्री नायब सिंह सैनी से 22 महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी कार्य करने को कहा था, उस समय मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने उन्हें इन्हें पूरा करने का आश्वासन दिया था और उन्होंने मात्र ढाई महीने में ही इन्हें पूरा कर दिया।  

उन्होंने कहा कि जहां भी डबल इंजन की सरकार बनती है, लोग अक्सर सवाल करते हैं कि इतनी तेजी से विकास कैसे संभव है। इस पर जवाब देते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा सिद्धांतों पर आधारित राजनीति में विश्वास करती है।

 

अमित शाह ने कहा कि यूपीए सरकार के 10 साल के कार्यकाल में हरियाणा को विकास के लिए केंद्र से 41,000 करोड़ रुपये मिले थे, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कार्यकाल में राज्य को 1,43,000 करोड़ रुपये मिले हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हरियाणा ने विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हरियाणा पहला राज्य है जहां 24 फसलों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर की जाती है। लाल डोरा में रहने वालों को मालिकाना हक दिया जा रहा है।

इसके अलावा, हरियाणा में एक भी सरपंच निरक्षर नहीं है। हरियाणा पहला ऐसा राज्य है जहां पंचायतों में 50 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं। चाहे स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना हो या धुआं मुक्त हरियाणा बनाने के लिए हर घर में गैस सिलेंडर पहुंचाना हो, इसका श्रेय इसी राज्य को जाता है, श्री अमित शाह ने कहा।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हरियाणा की जीडीपी वृद्धि के साथ-साथ जन सुविधाएं बढ़ाने, गरीबों के उत्थान के लिए योजनाएं लागू करने तथा बुनियादी ढांचे के विकास को आगे बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

*अगले 5 वर्षों में देश में एक भी जिला ऐसा नहीं रहेगा जहां मेडिकल कॉलेज न हो- केंद्रीय गृह मंत्री*

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत और बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी प्रयास के तहत अगले 5 वर्षों में देश में एक भी ऐसा जिला नहीं होगा जहां मेडिकल कॉलेज न हो।

उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज बनाने का काम पहले से ही चल रहा है। साथ ही, आने वाले दिनों में मेडिकल शिक्षा में सीटों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।

अमित शाह ने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने देश के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि महिलाओं को गैस सिलेंडर उपलब्ध कराना उनके स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि पहले पारंपरिक चूल्हों के धुएं के संपर्क में आने से 25 साल के भीतर उनके फेफड़े गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो जाते थे।

 

इस समस्या को खत्म करने के लिए सरकार ने गैस सिलेंडर की शुरुआत की। इसी तरह शौचालय निर्माण के माध्यम से स्वच्छता सुविधाएं प्रदान की गईं। इसके बाद योग मिशन, फिट इंडिया मूवमेंट और पोषण अभियान जैसी पहल की गईं। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम शुरू किया गया। इसके अलावा, देशभर में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए आयुष्मान भारत और जल जीवन मिशन जैसी योजनाएं लागू की गई हैं, ऐसा श्री अमित शाह ने बताया।

चिकित्सा अवसंरचना को मजबूत करना

श्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार देश के चिकित्सा ढांचे को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास कर रही है। सार्वजनिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने पर कुल 64,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में देश में एम्स की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। जब श्री नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तब देश में केवल सात एम्स थे, जिनमें से छह अटल जी के कार्यकाल में स्थापित किए गए थे। इसके विपरीत कांग्रेस के शासनकाल में केवल एक एम्स बना था, ऐसा केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा।

उन्होंने कहा कि इसी तरह मेडिकल कॉलेजों की संख्या भी दोगुनी होकर 387 से बढ़कर 766 हो गई है। मेडिकल सीटों में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में 85,000 और एमबीबीएस सीटें जोड़ी जाएंगी, जिससे मेडिकल सीटों की कुल संख्या 2 लाख हो जाएगी। इसी तरह पैरामेडिकल सीटों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी, केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा।

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