हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज प्रजापति समुदाय के लोगों से आह्वान किया कि वे अपने कौशल को बढ़ाएं तथा अपनी पारंपरिक कला को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़कर उसे मजबूत बनाएं।
मुख्यमंत्री कुरुक्षेत्र में प्रजापति समुदाय के परिवारों को पात्रता प्रमाण पत्र वितरित करने के लिए आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। जहां मुख्यमंत्री ने यहां लाभार्थियों को प्रमाण पत्र सौंपे, वहीं राज्य के सभी 22 जिलों में एक साथ कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिससे लगभग 1 लाख परिवारों को भूमि अधिकार प्रमाण पत्र से लाभ मिला।
इस योजना के अंतर्गत लगभग 1,700 गांवों में पात्रता प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं, जिससे प्रजापति समुदाय को मिट्टी की खुदाई के लिए सामूहिक अधिकार प्राप्त हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “ये प्रमाण पत्र न केवल भूमि के उपयोग का अधिकार प्रदान करते हैं, बल्कि बिना किसी बाधा के अपना काम करने का कानूनी अधिकार भी प्रदान करते हैं। यह पहल प्रजापति समुदाय को अपनी कला को एक नई दिशा देने, अपने सपनों को साकार करने और बिना दूर गए उत्पाद बनाने में सक्षम बनाएगी।”
उन्होंने उनसे नई तकनीकें अपनाकर, सरकारी योजनाओं का उपयोग करके तथा बाजार की मांग के अनुरूप अपने उत्पादों की गुणवत्ता और आकर्षण बढ़ाकर आगे बढ़ने का आग्रह किया।
प्रजापति समुदाय को मेहनती, ईमानदार और कुशल बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मिट्टी के बर्तन बनाने की कला हमारी सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न अंग रही है। हालाँकि, समय के साथ इस हुनर को वह सम्मान और अवसर नहीं मिल पाया जिसका यह समुदाय हकदार है। नई पीढ़ी को इस कला से जोड़ने के लिए आवश्यक संसाधन समय पर उपलब्ध नहीं कराए गए।
उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार करना भी है जिसमें कौशल को और निखारा जाए क्योंकि इससे समाज में रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे। पहले हर गाँव में प्रजापति समुदाय के लिए मिट्टी खरीदने के लिए पर्याप्त ज़मीन उपलब्ध थी, लेकिन बढ़ती आबादी के कारण ज़मीन का आकार छोटा होता गया। पिछली सरकारों ने इन मुद्दों को सुलझाने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। कांग्रेस के शासनकाल में ज़मीनों पर अतिक्रमण हुए और कांग्रेस सरकार में शामिल लोगों ने भी षड्यंत्र रचकर उनकी रोज़ी-रोटी छीनने की कोशिश की। गाँवों में 100-100 वर्ग गज के प्लॉट देने का दिखावटी वादा किया गया था, लेकिन ये प्लॉट उसी ज़मीन से काटे गए जहाँ से प्रजापति समुदाय अपनी आजीविका कमाता था। कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण इस समुदाय को नुकसान उठाना पड़ा है, लेकिन भाजपा सरकार ने उनकी समस्याओं को समझा है और उनके समाधान के लिए काम कर रही है।”