कांगड़ा जिले के बीर क्षेत्र के निकट गुनेहर गांव के निवासियों ने शुक्रवार को अपने क्षेत्र को विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एसएडीए) के अधिकार क्षेत्र में शामिल किए जाने के विरोध में एक बैठक की।
गुनेहर पंचायत की सदस्य अंजना देवी ने कहा कि यह निर्णय निवासियों की राय के बिना लिया गया है। उन्होंने कहा कि उनके गांव को SADA के अंतर्गत शामिल करने से स्थानीय लोगों के लिए नौकरशाही संबंधी परेशानियाँ बढ़ेंगी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर वे स्थानीय कांग्रेस विधायक और मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल से मिले थे, लेकिन कोई बदलाव नहीं हुआ।
गांव के निवासी जैस राम ने बताया कि उनका गांव बीर में पैराग्लाइडिंग साइट से करीब 7 किलोमीटर दूर है। उन्होंने बताया कि उनके गांव को इस खेल से कभी कोई फायदा नहीं मिला। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार या SADA ने ग्रामीणों को कोई सुविधा नहीं दी, फिर भी उनके गांव को विकास निकाय के तहत शामिल कर लिया गया। उन्होंने बताया कि इससे उनका जीवन यापन मुश्किल हो जाएगा और उन्हें अपने घरों में मामूली बदलाव करवाने के लिए भी सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ेंगे।
गुनेहर के निवासी पिछले दो महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्होंने यह भी धमकी दी है कि यदि सरकार ने उनके क्षेत्र को एसएडीए की सीमा से बाहर नहीं किया तो वे नवंबर में बीर बिलिंग में होने वाले पैराग्लाइडिंग विश्व कप को बाधित करेंगे।
एसएडीए बैजनाथ एसडीएम के अधीन गठित एक निकाय है जो बीर बिलिंग में निर्माण और अन्य विकास को विनियमित करता है, जो दुनिया के शीर्ष दस पैराग्लाइडिंग स्थलों में से एक है।
हर साल दुनिया भर से हज़ारों पर्यटक और पैराग्लाइडिंग पायलट इस साहसिक खेल का आनंद लेने के लिए बीर बिलिंग आते हैं। इस निकाय का गठन बीर क्षेत्र में कई ऊंची इमारतों के निर्माण के बाद किया गया था, जिससे पैराग्लाइडिंग पायलटों की जान को ख़तरा पैदा हो रहा था।