शिमला, 20 जून अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी), कानून एवं व्यवस्था, अभिषेक त्रिवेदी ने आज किसी विशेष राज्य के पर्यटकों के साथ कथित मारपीट या दुर्व्यवहार के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि तथ्यों का पता लगाए बिना हिमाचल प्रदेश पुलिस की छवि खराब की जा रही है।
मीडिया को संबोधित करते हुए एडीजीपी ने कहा कि नूरपुर पुलिस जिले के डमटाल क्षेत्र में घटित एक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें स्थानीय लोगों के साथ-साथ राज्य पुलिस के आचरण और व्यवहार को गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है।
पर्यटकों का स्वागत हिमाचल प्रदेश पुलिस देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों का हार्दिक स्वागत करती है तथा उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। – अभिषेक त्रिवेदी, एडीजीपी (कानून एवं व्यवस्था)
घटना का ब्यौरा देते हुए उन्होंने बताया, “17 और 18 जून की रात को पंजाब के पठानकोट के दीनानगर इलाके के तीन लोग डमटाल इलाके में स्थित एक होटल में आए और मैनेजर से किराए पर कमरा मांगा। होटल में सभी लोग मौजूद थे, इसलिए मैनेजर ने कमरा देने में असमर्थता जताई। इस पर पंजाब के लोग होटल के बाहर पार्किंग में बैठ गए और जाने से पहले उन्होंने वहां खड़ी पंजाब, हरियाणा और राजस्थान नंबर की पांच गाड़ियों में तोड़फोड़ की।”
एडीजीपी ने बताया कि होटल प्रबंधन से सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और कानून के मुताबिक कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि होटल मालिक ने वाहन मालिकों को मुआवजा दिया और उनसे ठहरने और खाने का भी पैसा नहीं लिया।
उन्होंने कहा कि किसी भी वाहन मालिक द्वारा दमटाल पुलिस में किसी भी प्रकार की कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
एडीजीपी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक शांतिपूर्ण राज्य है और यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। उन्होंने कहा, “हिमाचल प्रदेश पुलिस देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों का दिल से स्वागत करती है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमेशा तैयार रहती है।”
हाल ही में चंबा जिले में हुई दो अलग-अलग घटनाओं में स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों के साथ भी दुर्व्यवहार के ऐसे ही आरोप लगाए गए थे। पुलिस ने आरोपों को खारिज कर दिया था और घटनाओं का ब्यौरा दिया था।