हिसार जिले के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों की कमी का मुद्दा स्थानीय कांग्रेस विधायक चंद्र प्रकाश ने गुरुवार को हरियाणा विधानसभा में उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र के बिगड़ते बुनियादी ढांचे और पिछड़े तथा हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए प्रावधानों की कमी की वास्तविक तस्वीर चिंताजनक संकेत है।
विधानसभा में अपने भाषण में विधायक चंद्र प्रकाश ने कहा कि आदमपुर में अच्छी सड़कें होने के दावे खोखले हैं। उन्होंने हाल ही में आदमपुर से विधानसभा चुनाव जीता है, जिसमें उन्होंने भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पोते भव्य बिश्नोई को हराया था।
आदमपुर विधानसभा क्षेत्र के मुद्दों को उठाते हुए उन्होंने समाधान की मांग की और कहा कि पूरे क्षेत्र में 70 प्रतिशत से अधिक सड़कें खस्ताहाल हैं। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के अपने लगातार दौरे के दौरान उन्होंने सड़कों की खस्ता हालत देखी है। पड़ोसी बरवाला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले लोक निर्माण विभाग मंत्री रणबीर गंगवा का जिक्र करते हुए विधायक ने कहा कि क्षेत्र से यात्रा करने वाले कैबिनेट मंत्री भी सड़क बुनियादी ढांचे की खस्ता हालत के तथ्य को नजरअंदाज नहीं कर सकते। उन्होंने सड़कों के पुनर्निर्माण और मरम्मत की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया।
कांग्रेस विधायक ने राज्य भर में 10 नए आईएमटी स्थापित करने की सरकार की योजना के तहत हिसार में एक औद्योगिक आधुनिक टाउनशिप (आईएमटी) की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस तरह के विकास से हिसार जिले के आसपास के क्षेत्रों को बहुत लाभ होगा।
गांवों में अपर्याप्त जल आपूर्ति पर चर्चा करते हुए, चंद्र प्रकाश ने बताया कि मौजूदा जल संयंत्रों की क्षमता अपर्याप्त है और जल आपूर्ति के बुनियादी ढांचे की कमी के कारण पीने के पानी की गंभीर कमी हो रही है। उन्होंने सरकार से जल संयंत्रों का विस्तार करने और संकट से निपटने के लिए नए संयंत्र स्थापित करने का आग्रह किया।
उन्होंने शैक्षणिक बुनियादी ढांचे पर भी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 2017 में स्थापित बालसमंद में सरकारी कॉलेज अभी भी एक प्राथमिक विद्यालय में संचालित हो रहा है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत द्वारा भूमि आवंटित किए जाने और अनुमान तैयार किए जाने के बावजूद कोई निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है।
चंद्र प्रकाश ने किसानों को सुविधाएं देने के भाजपा के दावों को भी चुनौती दी और इस बात पर जोर दिया कि किसान सिंचाई के पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार पिछले एक दशक में किसानों को दिए गए लाभों पर स्टेटस रिपोर्ट जारी करे ताकि वास्तविक स्थिति का पता चल सके।
विधायक ने बजट में पिछड़े और हाशिए पर पड़े समुदायों की अनदेखी पर चिंता जताई। उन्होंने राज्य सरकार की आलोचना की कि चुनाव के दौरान बड़े-बड़े वादे किए गए, लेकिन वित्तीय योजना में इन वर्गों को प्राथमिकता नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग पिछले 10 वर्षों में कोई लाभ देने में विफल रहा है। उन्होंने पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए पारदर्शिता और ठोस उपायों की मांग की।
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