जुलाई महीने में देश के आगामी राष्ट्रपति के लिए चुनाव होने हैं। इस विषय में कयासों का बाजार तेज़ है। क्योंकि भाजपा हमेशा से इस पद के लिए राजनीतिक माहौल को देखकर ही कोई निर्णय लेती है। देश की सियासत को प्रभावित करने के नया चहरा देश के रू-ब-रू किया जाता है। कयास यह लगाए जा रहे हैं क्योंकि मौजूदा परिस्थितियों में हिन्दू-मुस्लिम का मुद्दा विश्व स्तर पर भी गर्म है तो हो सकता है कि इस बार का राष्ट्रपति कोई मुस्लिम हो। भाजपा ने हर बार राष्ट्रपति एवं उप-राष्ट्रपति के पद के द्वारा जातिगत समाकरण को साधने की कोशिश की है और हालात को देखते हुए मास्टर स्ट्रोक खेला है। इस बार की बात करें तो देशभर में धार्मिक बवाल मचा हुआ है और दुनियाभर में हिंदुस्तानी मुसलमानों को लेकर भाजपा की थोड़ी सी किरकिरी हुई है। ऐसे में भाजपा किसी मुस्लिम नेता को इस बार राष्ट्रपति उम्मीदवार बना सकती है। इस विषय में दो नामों पर सबसे अधिक चर्चा हो रही है। उसमें पहला नाम आरिफ मोहम्मद खान का है और दूसरा मुख्तार अब्बास नकवी का।
आरिफ मोहम्मद खान
मुस्लिम उम्मीदवारों में राष्ट्रपति पद के लिए सबसे पहला नाम आरिफ मोहम्मद खान का चल रहा है। मीडिया और सोशल मीडिया पर आरिफ मोहम्मद के नाम की खूब चर्चा चल रही है। आरिफ मोहम्मद इस समय केरल के गवर्नर हैं और उन्हें प्रोग्रेसिव मुस्लिम नेताओं में शुमार किया जाता है। ऐसे में भाजपा देश और दुनिया में मुसलमानों को बड़ा पैगाम देने के लिए आरिफ मोहम्मद का नाम पेश कर सकती है।
मुख्तार अब्बास नकवी
दूसरे नाम के लिए मुख्तार अब्बास नकवी को लेकर कयास लगाए जाए रहे हैं। नकवी जुलाई महीने में राज्यसभा से रिटायर हो रहे हैं। जिसके बाद उनके हाथों से मंत्रालय भी चला जाएगा। रामपुर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनावों को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि भारतीय जनता पार्टी उनको अपने उम्मीदवार के तौर पर रामपुर सीट से उतार सकती है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके अलावा हाल ही में हुए राज्यसभा चुनावों में भी नकवी का नाम नहीं दिया गया। मुख्तार अब्बास नकवी भाजपा के पुराने और प्रोग्रेसिव मुस्लिम नेता हैं। ऐसे में कुछ एक लोगों का यह भी कहना है कि भाजपा उनके नाम का भी ऐलान कर सकती है।