N1Live National 20 साल में वर्ली निर्वाचन क्षेत्र में कुछ नहीं हुआ काम, जनता देगी जवाब : संदीप देशपांडे
National

20 साल में वर्ली निर्वाचन क्षेत्र में कुछ नहीं हुआ काम, जनता देगी जवाब : संदीप देशपांडे

Nothing has been done in Worli constituency in 20 years, public will answer: Sandeep Deshpande

मुंबई, 10 नवंबर । महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता और वर्ली विधानसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार संदीप देशपांडे ने रविवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने वर्ली क्षेत्र की “खराब हालत” के लिए वर्तमान विधायक को जिम्मेदार ठहराया।

मनसे नेता ने कहा, “पिछले 20 साल से यहां पर जो काम होना था और लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाना था, उनमें से एक भी काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है। यहां एक आईसीयू वाला अस्पताल भी नहीं बनाया जा सका। सड़कों की स्थिति खराब है और यहां ट्रैफिक जाम की समस्या भी बनी रहती है। मैं इन्हीं मुद्दों को लेकर लोगों के बीच जा रहा हूं और हमें जनता का समर्थन भी मिल रहा है।”

उन्होंने वर्ली विधानसभा सीट से वर्तमान विधायक आदित्य ठाकरे पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कुछ लोगों के नाम तो बड़े हैं, मगर उनमें से भी किसी के पिता बड़े हैं तो किसी के दादा जी ही बड़े हैं। इनका खुद का क्या प्रभुत्व है, उस पर सवाल उठता है। अगर सचिन तेंदुलकर की जगह एक मैच उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर खेल सकते हैं, हालांकि, इसमें अगर उन्होंने परफॉर्म नहीं किया तो उन्हें अगले मैच खेलने को नहीं मिलेगा। मुझे लगता है, यही स्थिति वर्ली विधानसभा क्षेत्र में भी है।”

संदीप देशपांडे ने कहा कि एक बार ही नाम से चुनाव जीता जा सकता है और अगर आपको बार-बार चुनाव जीतना है तो काम के बल पर ही जीतना होगा। अगर उन्होंने काम नहीं किया है तो आगामी 20 नवंबर को यहां की जनता उसका जवाब देगी।

उन्होंने बालासाहेब ठाकरे की पुण्यतिथि पर कहा, “उनकी हर साल 17 नवंबर को पुण्यतिथि मनाई जाती है। हर साल शिवसेना तो कभी सभा नहीं करती है। फिर इस साल वह (अब शिवसेना यूबीटी) ऐसा क्यों कर रहे हैं? अगर उनको चुनावी रैली करनी हो तो उसके अलग नियम होते हैं, जो पहले अर्जी दाखिल करेगा, उसे ही रैली करने की इजाजत मिलेगी।”

वर्ली विधानसभा सीट से शिवसेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे विधायक हैं। वह लगातार दूसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने इसी सीट से मिलिंद देवड़ा को मैदान में उतारा है।

Exit mobile version